महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल बोन्डे को सोमवार को गिरफ़्तार कर लिया गया। उन्हें शनिवार को अमरावती में हुई हिंसा के मामले में गिरफ़्तार किया गया है। पुलिस को एक दूसरे बीजेपी नेता प्रवीण पोते की तलाश है।
शनिवार को बीजेपी की ओर से बुलाए गए बंद के दौरान दो दुकानों और उनके सामने खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी गई, एक दुकान में तोड़फोड़ करने के बाद उसे आग के हवाले कर दिया गया। इसके अलावा अराधना के दो स्थलों को नुक़सान पहुँचाया गया।
'इंडियन एक्सप्रेस' के अनुसार, कोतवाली के पुलिस प्रमुख ने कहा कि बंद के दौरान बीजेपी, बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ता बहुत बड़ी तादाद में वहाँ पहुँच गए और उन्हें संभालना पुलिस के लिए मुमकिन नहीं था।
इसके पहले अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने त्रिपुरा में हुई हिंसा के खिलाफ़ शुक्रवार को प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान बीजेपी के स्थानीय नेता प्रवीण पोते के घर पर पथराव किया गया, जिससे खिड़की के शीशे टूट गए। एक दूसरे जगह हुए पथराव में एक व्यक्ति घायल हो गया। इस प्रदर्शन में लगभग 25 हज़ार लोगों ने भाग लियाा था।
बीजेपी ने इसके जवाब में शनिवार को बंद रखा और विरोध प्रदर्शन किया। इसमें लगभग 6,000 लोगों ने भाग लिया। प्रदर्शनकारी राजकमल चौक पर एकत्रित हो गए।
पुलिस ने शुक्रवार के प्रदर्शन से जुड़े 15 और शनिवार के प्रदर्शन से जुड़े 11 मामले दर्ज किए हैं। इसके अलावा 72 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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