महाराष्ट्र में किसानों की खुदकुशी रुकने का नाम नहीं ले रही है। सरकारी अधिकारी जानकारी दे रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र सरकार पर कोई असर नहीं। किसानों की आमदनी दोगुनी करने वाली पार्टी के नेताओं पर इसका कोई असर नहीं। यवतमाल जिले में हाहाकार मचा हुआ है। यवतमाल के जिला कलेक्टर अमोल येगे ने कहा है कि अगस्त में 48 किसानों ने आत्महत्या की। 12 सितंबर तक 12 किसानों की मौत हो चुकी है। यानी यवतमाल में रोजाना एक किसान की मौत हो रही है। कलेक्टर के मुताबिक 1 जनवरी से 12 सितंबर तक 205 किसान आत्महत्या कर चुके हैं।
महाराष्ट्र में रोजाना 1 किसान कर रहा खुदकुशी, खतरे की घंटी
- महाराष्ट्र
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- 29 Mar, 2025
किसानों की खुदकुशी अब सत्ताधीशों के लिए गंभीर बात नहीं रही। मुंबई में जब सरकार बचाने और बनाने का खेल चल रहा है, उस समय महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में हर रोज एक किसान जान दे रहा है। यवतमाल के जिला कलेक्टर ने अगस्त और सितंबर का जो आंकड़ा जारी किया है, वो भयावह है। लेकिन किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा करने वाली पार्टी पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है।
