महाराष्ट्र में किसानों की खुदकुशी रुकने का नाम नहीं ले रही है। सरकारी अधिकारी जानकारी दे रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र सरकार पर कोई असर नहीं। किसानों की आमदनी दोगुनी करने वाली पार्टी के नेताओं पर इसका कोई असर नहीं। यवतमाल जिले में हाहाकार मचा हुआ है। यवतमाल के जिला कलेक्टर अमोल येगे ने कहा है कि अगस्त में 48 किसानों ने आत्महत्या की। 12 सितंबर तक 12 किसानों की मौत हो चुकी है। यानी यवतमाल में रोजाना एक किसान की मौत हो रही है। कलेक्टर के मुताबिक 1 जनवरी से 12 सितंबर तक 205 किसान आत्महत्या कर चुके हैं।