किसानों की खुदकुशी अब सत्ताधीशों के लिए गंभीर बात नहीं रही। मुंबई में जब सरकार बचाने और बनाने का खेल चल रहा है, उस समय महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में हर रोज एक किसान जान दे रहा है। यवतमाल के जिला कलेक्टर ने अगस्त और सितंबर का जो आंकड़ा जारी किया है, वो भयावह है। लेकिन किसानों की आमदनी दोगुनी करने का वादा करने वाली पार्टी पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है।