बीते रविवार को IIT बॉम्बे में 18 वर्षीय दलित छात्र की आत्महत्या के मामले में परिवार की तरफ से आरोप लगाए गए हैं कि उनके बेटे को संस्थान में हो रहे जातिगत भेदभाव के कारण उनके बेटे को आत्महत्या करनी पड़ी।