महाराष्ट्र के नागपुर में गुरुवार से हो रही मूसलाधार बारिश शनिवार को भी जारी रही। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को यहां 4 घंटे में ही 4 इंच यानी 100 मिलीमीटर बारिश हुई है।
नागपुर शहर में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। रेलवे स्टेशन तक पर पानी जमा हो चुका है। सड़कों पर राहत और बचाव के लिए नावें चलाई जा रही हैं। अंबाझरी झील ओवरफ्लो होने हो गई है। इसके कारण नागपुर के निचले इलाकों में पानी घुस गया है।
नीचले इलाके में लोगों के घरों तक में पानी घुस गया है। प्राप्त सूचना के मुताबिक एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई है।महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने सोशल मीडिया साइट एक्स ट्विट पर बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें राहत और बचाव अभियान चला रही हैं।
अब तक करीब 500 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। मूक-बधिर बच्चों के स्कूल से 70 बच्चों को इस आपदा से बचाया गया है। नागपुर के बस स्टैंड में लगी बसों में पानी घुस गया है। कई इलाके में तो पांच फुट तक पानी जमा हो गया है इसके कारण कारे डूब गई हैं। सेना के जवान नावों के जरिये फंसे हुए लोगों तक पहुंच रहे हैं। उन्हें खाने-पीने की चीजें जी जा रही हैं।
राहत और बचाव के लिए सेना की दो यूनिट भी पहुंची हैं। निचले इलाके से निकाले गए लोगों को राहत शिवरों में रखा गया है। तीन दिनों से जारी इस मूसलाधार बारिश के कारण पूरा नागपुर शहर ठहर सा गया है।
फड़नवीस और गडकरी ने नागपुर का दौरा किया
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को नागपुर का दौरा किया है। उन्होंने बचाव कार्यों की स्थिति की समीक्षा की है। लगातार बारिश के कारण नागपुर के कई इलाकों में पानी भर गया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट कहती है कि नागपुर में शनिवार को कम से कम दो लोगों की डूबकर मौत हो गई। पिछले कुछ घंटों में भारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया है। मूक बधिर स्कूल के 70 छात्रों सहित 400 से अधिक लोगों को बचाया गया। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीश ने ट्वविट कर कहा है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ नागपुर नगर निगम कार्यालय पहुंचे हैं। नागपुर में लगातार बारिश के कारण हुई दुर्भाग्यपूर्ण जल-जमाव की स्थिति के मद्देनजर बचाव कार्यों और राहत के उपायों की स्थिति की समीक्षा की गई है।
वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नागपुर के सांसद नितिन गडकरी ने शनिवार को इस भारी बारिश के कारण ठप हुए जनजीवन का जायजा लिया। उन्होंने यहां जलभराव और बाढ़ के मुद्दों के समाधान के लिए दीर्घकालिक उपाय करने की मांग की है।
उन्होंने कहा है कि नागपुर में भारी बारिश अप्रत्याशित थी, उन्होंने शहर में पहली बार ऐसी बारिश देखी है। बारिश के कारण जो हालात हैं, वह 15 से 16 साल बाद बन रहे हैं। नीतीन गडकरी ने नागपुर में बारिश और इसके बाद हुई जलजमाव की समस्या को महाराष्ट्र सरकार के समक्ष भी उठाया है।
कई राज्यों में हुई मूसलाधार बारिश
शनिवार को देश के कई राज्यों में मूसलाधार बारिश हुई है। इसके कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अगले 24 घंटों में करीब 18 राज्यों में बारिश का अलर्ट है। मध्यप्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा में तेज बारिश का पूर्वानुमान है।
छत्तीसगढ़ के सात जिलों में और हरियाणा के सभी 22 जिलों में, बरिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इससे पहले अगस्त में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण तबाही का नजारा दिखा था। इन दोनों राज्यों में लैंड स्लाईड के कारण बड़ी संख्या में घर गिर गये थे और लोगों की मौतें हुई थी। माना जा रहा है कि गलत तरीके से होने वाले विकास कार्यों और प्रकृति से छेड़छाड़ ने इस तरह की प्राकृतिक आपदा को बढ़ावा दिया है।
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