महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के ख़िलाफ़ केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बयान को लेकर महाराष्ट्र की सियासत में बवाल हो गया है। शिव सेना के कार्यकर्ताओं ने राणे के घर के बाहर प्रदर्शन किया है। नासिक में स्थित बीजेपी के दफ़्तर में पथराव हुआ है और इसका आरोप शिव सेना के कार्यकर्ताओं पर आरोप लगा है। राणे के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र के अलग-अलग इलाक़ों में तीन एफ़आईआर दर्ज हो चुकी हैं।
पुलिस ने दोपहर बाद नारायण राणे को गिरफ़्तार कर लिया। महाराष्ट्र में दो दशक से ज़्यादा वक़्त तक साथ रहे बीजेपी और शिव सेना के रिश्ते 2019 में महा विकास आघाडी सरकार बनने के बाद से ही ख़राब चल रहे हैं।
क्या कहा था राणे ने?
राणे ने कहा था, “स्वतंत्रता दिवस वाले दिन महाड़ में दिए गए भाषण में मुख्यमंत्री ठाकरे ने पीछे मुड़कर किसी से पूछा था कि हमारे देश को आज़ाद हुए कितने साल हो गए हैं, अगर मैं उस वक़्त वहां होता तो उनके कान के नीचे जोरदार थप्पड़ मारता।” राणे ने यह बयान जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान दिया था।
बड़े क़द के नेता हैं राणे
नारायण राणे का महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा क़द है। शिव सेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे के साथ अपना राजनीतिक करियर शुरू करने वाले राणे शिव सेना से होते हुए कांग्रेस और फिर बीजेपी में पहुंचे हैं। वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। राणे के सियासी क़द का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि मोदी कैबिनेट के हालिया विस्तार में उन्हें 1 नंबर पर शपथ दिलाई गई थी।
जन आशीर्वाद यात्रा पर रार
बीजेपी के नए मंत्रियों द्वारा निकाली जा रही जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर भी उद्धव ठाकरे सरकार काफी सख़्त दिखी थी। विशेषकर नारायण राणे के द्वारा मुंबई में निकाली जा गई इस यात्रा पर मुंबई पुलिस ने 36 एफ़आईआर दर्ज कर दी थीं। मुंबई पुलिस ने बगैर मंजूरी के यात्रा निकालने, कोरोना प्रोटोकॉल के उल्लंघन की शिकायत को लेकर एफ़आईआर दर्ज की थीं।
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तब बीजेपी ने आरोप लगाया था कि मुंबई पुलिस राज्य सरकार और शिव सेना के बड़े मंत्रियों के दबाव में ये एफ़आईआर दर्ज कर रही है।
इधर, शिव सेना सांसद विनायक राउत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि वह नारायण राणे को अपनी कैबिनेट से हटाएं।
नितेश राणे ने चेताया था
नारायण राणे के बेटे और महाराष्ट्र के विधायक नितेश राणे ने उनके घर के बाहर प्रदर्शन करने की ख़बरों पर शिव सेना को चेताया था। राणे ने कहा था, “सुना है कि शिव सेना की युवा सेना के कुछ सदस्य उनके जूहू स्थित घर के बाहर इकट्ठा होने जा रहे हैं या तो मुंबई पुलिस उन्हें रोक ले या फिर जो कुछ भी होगा, उसके लिए हम जिम्मेदार नहीं होंगे।”
लेकिन इसके बाद भी युवा सेना के कार्यकर्ताओं ने राणे के घर के बाहर प्रदर्शन किया।
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