loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

गीता कोड़ा
बीजेपी - जगन्नाथपुर

हार

हेमंत सोरेन
जेएमएम - बरहेट

जीत

पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस पत्नी अमृता के साथ

फडणवीस की पत्नी अमृता ने सट्टेबाज की मदद का वादा किया थाः कहती है चार्जशीट

सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी के मामले में दायर पुलिस चार्जशीट महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की मुश्किलें बढ़ा सकती है। इस चार्जशीट में साफ तौर पर कहा गया है कि देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस ने सट्टेबाज को मदद का भरोसा दिया था। उन्होंने उससे कहा था कि वो देवेंद्र जी से कहकर उसकी मदद करा देंगी। सट्टेबाज और उसकी बेटी के खिलाफ जब एफआईआर दर्ज हो गई तो उसके दो दिन बाद अमृता फडणवीस ने यह पेशकश सट्टेबाज से की थी।

मुंबई की एक विशेष अदालत में हाल ही में दायर चार्जशीट में अमृता फडणवीस और जयसिंघानी परिवार के बीच कई कथित टेलीफोन चैट अटैच हैं। 793 पन्नों की चार्जशीट में अनिल जयसिंघानी, उनकी बेटी अनीक्षा और उनके चचेरे भाई निर्मल को घूस मांगने और अमृता फडणवीस से पैसे ऐंठने की कोशिश के मामले में आरोपी बनाया गया है। चार्जशीट से जुड़ी इस रिपोर्ट को डक्कन हेराल्ड, हिन्दुस्तान टाइम्स और इंडियन एक्सप्रेस ने प्रमुखता से प्रकाशित किया है। सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी अभी जेल में है लेकिन उसकी बेटी अनीक्षा और चचेरे भाई निर्मल की जमानत हो चुकी है।

पुलिस चार्जशीट के अनुसार, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री की पत्नी अमृता फडणवीस ने एक सट्टेबाज से वादा किया था कि अगर उसके खिलाफ दर्ज मामले झूठे हैं तो वह उसकी मदद करने के लिए अपने पति से बात करेंगी। सेशन कोर्ट में 18 मई को पेश की गई चार्जशीट में दावा किया गया है कि अमृता फडणवीस ने बुकी की बेटी अनीक्षा को उन दोनों की रिकॉर्डिंग जारी करने की धमकी देने के बाद ब्लॉक कर दिया था।

ताजा ख़बरें
पुलिस चार्जशीट में कहा गया है कि अमृता और सट्टेबाज जयसिंघानी की बातचीत उसकी बेटी अनीक्षा के खिलाफ केस दर्ज होने के दो दिन बाद हुई है। 20 फरवरी को अमृता फडणवीस ने मालाबार हिल पुलिस को शिकायत की थी, उसके बाद मामला दर्ज किया और तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया।

एफआईआर के बाद मदद की पेशकश

चार्जशीट में 22 फरवरी की बातचीत का हवाला है। मीडिया रिपोर्ट में उसी चार्जशीट के हवाले से कहा गया कि अमृता फडणवीस ने अनिल से कहा- अगर आपको गलत तरीके से फंसाया गया है, तो मैं देवेंद्र जी (फडणवीस) से बात कर सकती हूं और उनसे न्याय दिलाने के लिए कह सकती हूं, लेकिन मैं उन मांगों के आगे नहीं झुक सकती, जो अनीक्षा ने रखी थीं। मुझे पता है कि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है और तुम और अनीक्षा ने मुझे ब्लैकमेल करने के इरादे से पहले दिन से काम किया है।

चार्जशीट आगे बताती है कि अमृता ने सट्टेबाज अनिल जयसिंघानी से कहा - अधिक से अधिक ये वीडियो मुझे कुछ समय के लिए बदनाम कर सकते हैं लेकिन एक बार सच्चाई सामने आने के बाद इसका कोई असर नहीं होगा। यदि आप वास्तव में न्याय पाने के लिए ऐसा कर रहे हैं, तो मुझे बताएं कि आप वास्तव में मुझसे क्या करवाना चाहते हैं। चार्जशीट में कहा गया, इसके बाद सट्टेबाज अनिल ने अमृता को कई ऑडियो संदेश भेजे।


'...वादा करें कि और पैसे नहीं मांगेंगे'

चार्जशीट के अनुसार, दोनों के बीच अगले दिन भी कई संदेशों का आदान-प्रदान हुआ। जिसमें अमृता ने कहा कि अगर वह उसकी मदद करने के लिए तैयार हो जाती हैं, तो यह उन वीडियो के लिए नहीं होगा, जिसके लिए अनीक्षा ने उसे ब्लैकमेल किया था। अमृता को कोट करते हुए चार्जशीट में दर्ज किया गया है - "क्या आप आश्वासन देंगे कि आपके खिलाफ मामले वापस लेने के बाद आप और अधिक पैसे मांगना शुरू नहीं करेंगे, जिस तरह अनिक्षा सट्टेबाजी रैकेट की जानकारी के माध्यम से अवैध धन कमाने पर जोर दे रही है?"

चार्जशीट में कहा गया है कि सट्टेबाज अनिल ने दावा किया कि अनीक्षा ने मामलों से बाहर निकलने में मदद करने के लिए जो कुछ भी सही समझा, वह किया। उसने यह माना कि अनीक्षा ने उसे बचाने के लिए कॉल और मीटिंग रिकॉर्ड की। लेकिन उनका अमृता को नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। पुलिस ने कहा कि अनिल ने यह भी दावा किया कि यह जानकारी (सट्टेबाजी रैकेट के बारे में) अनीक्षा अमृता को देना चाहती थी।

उसी बातचीत में, 23 फरवरी को, अमृता फडणवीस अपने मामले को समझने के लिए अनीक्षा से मिलने के लिए तैयार हो गईं और उन्हें आश्वासन दिया कि वह पुणे उपचुनाव अभियान से छूटते ही अपने पति से बात करेंगी। चार्जशीट में कहा गया है कि अमृता ने हालांकि उन्हें बताया था कि उनके और उनके पति के बीच 2019 से संबंध अच्छे नहीं थे और उन्हें डर था कि वह इस मामले के बाद उन्हें तलाक दे सकते हैं।
चार्जशीट के अनुसार, अमृता फडणवीस ने शिकायत दर्ज करने से ठीक एक दिन पहले अनीक्षा को यह दावा करते हुए ब्लॉक कर दिया था कि अनीक्षा ने गुप्त रूप से सभी बैठकों और बातचीत को रिकॉर्ड किया था। इसके बाद सट्टेबाज अनिल ने अमृता से बातचीत शुरू की। 

बैग में थे 98 लाख

आरोपपत्र में कहा गया है कि अनिल ने अमृता फडणवीस पर अपनी बेटी से एक शीर्ष संगीत और फिल्म प्रोडक्शन हाउस के दफ्तर में डॉलर लेने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अनिक्षा ने एक कर्मचारी को एक बैग में ₹98 लाख दिए थे। यह कर्मचारी अमृता से जुड़ा हुआ था।

इसके अलावा, अनिल ने पुलिस को बताया था कि पिछली शिवरात्रि पर उनसे तत्कालीन शिवसेना नेताओं एकनाथ शिंदे और अनिल परब को फंसाकर एमवीए सरकार को गिराने की रणनीति तैयार करने के अनुरोध के साथ संपर्क किया गया था। चार्जशीट में कहा गया है कि अनिल ने 23 फरवरी की अपनी बातचीत में दावा किया कि उसके पास इन मुलाकातों की सारी रिकॉर्डिंग थी।

कैसे हुई थी दोस्ती

अमृता फडणवीस ने अपनी शिकायत में कहा है कि पिता और बेटी ने कथित तौर पर उन्हें ब्लैकमेल किया और उनसे 10 करोड़ रुपये वसूलने की कोशिश की। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि एक फैशन डिजाइनर के रूप में अनीक्षा ने नवंबर 2021 में उससे दोस्ती की थी और बाद में यह कहकर उसका विश्वास हासिल कर लिया कि उसने अपनी मां को खो दिया है और पूरा परिवार उस पर निर्भर है। 
एफआईआर के अनुसार, अनीक्षा ने अमृता से अपने कारोबार को बढ़ावा देने के लिए अपना लेबल (फैशन कंपनी का नाम या लोगो) पहनने का अनुरोध किया और अमृता इसके लिए सहमत हो गईं। शिकायत में कहा गया है कि अनिक्षा ने डिप्टी सीएम के आवास का दौरा भी किया और अमृता फडणवीस के सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी शामिल हुईं।

महाराष्ट्र से और खबरें
अमृता ने कहा कि अनीक्षा ने फिर उसे क्रिकेट सट्टेबाजों के बारे में जानकारी देने की पेशकश की और कहा कि वे दोनों इससे पैसे कमा सकते हैं। पुलिस ने कहा कि जब अमृता ने उसके साथ बातचीत करना बंद कर दिया, तो अनीक्षा ने उसके पिता को सभी आरोपों से मुक्त करने के बदले में ₹1 करोड़ की रिश्वत की पेशकश की।

कुछ दिनों बाद, अनीक्षा ने अमृता को कुछ ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग भेजीं। अनीक्षा ने अमृता से कहा कि अगर उसने उसे 10 करोड़ रुपये नहीं दिए, तो इन वीडियो-ऑडियो क्लिप को सार्वजनिक कर दिया जाएगा। एफआईआर में लिखा है कि इसके बाद अमृता फडणवीस ने फिर उसे (अनीक्षा) को ब्लॉक कर दिया।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

महाराष्ट्र से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें