चुनाव आयोग ने नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार या एनसीपी शरदचंद्र पवार को नया चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया है। गुरुवार को मिले इस चुनाव चिन्ह्र में तुरहा बजाता हुआ आदमी दिख रहा है। चुनाव आयोग से यह मिलने के बाद अब एनसीपी शरदचंद्र पवार का चुनाव चिन्ह्र तुरहा बजाता आदमी ही होगा।
मराठी भाषा में इसे 'तुतारी' कहा जाता है। इसी के साथ पार्टी अब लोकसभा चुनाव में उतरेगी।
आयोग की ओर से यह चुनाव चिन्ह्र देने पर शरद पवार ने इसका स्वागत करते हुए कहा है कि यह हमारे लिए गर्व की बात है।
इससे पहले चुनाव आयोग ने 6 फरवरी को अजित गुट को असली एनसीपी बताते हुए शरद पवार गुट को नया नाम एनसीपी शरदचंद्र पवार नाम दिया था। इसके बाद चुनाव चिह्न आवंटित किए जाने की बारी थी। इसके लिए शरद पवार गुट ने तीन चिन्ह्र चुनाव आयोग को प्रस्तावित किए थे।
इनमें बरगद का पेड़, उगता हुआ सूरज और कप-प्लेट शामिल का चिन्ह्र शामिल था। आयोग की तरफ से बरगद का पेड़ मिलने की संभावना जताई जा रही थी। इस बीच गुरुवार को आयोग ने पार्टी को उसकी ओर से प्रस्तावित चिन्ह्र से अलग चिन्ह्र आवंटित कर दिया है।
इससे पहले जब आयोग ने शरद पवार के भतीजे अजीत पवार के गुट को असली एनसीपी बताया था तब शरद पवार ने कहा था कि चुनाव आयोग ने न केवल हमारा चुनाव चिन्ह्र छिना बल्कि हमारी पार्टी भी दूसरे को दे दी है। उन्होंने कहा था कि इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था कि जिसने पार्टी की स्थापना की हो उसके हाथ से ही पार्टी लेकर किसी और को दे दी गई हो।
नए चुनाव चिन्ह्र मिलने के बाद एनसीपी शरदचंद्र पवार की ओर से एक्स पर कहा गया है कि, महाराष्ट्र के इतिहास में दिल्ली की राजगद्दी के कान खड़े करने वाले छत्रपति शिवराय का शौर्य आज 'राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद चंद्र पवार' के लिए गौरव की बात है।
महाराष्ट्र के आदर्श छत्रपति शिवाजी महाराज, फुले, शाहू, अम्बेडकर के प्रगतिशील विचारों के साथ यह तुतारी पवार के साथ दिल्ली की गद्दी हिलाने के लिए एक बार फिर बिगुल बजाने को तैयार है।
वहीं नए चुनाव चिह्न को लेकर शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र अहवाड़ ने कहा है कि 84 साल के शरद पवार एक बार फिर रण में उतर आए हैं।
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