महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी सरकार के सामने सियासी संकट खड़ा करने वाले कैबिनेट मंत्री एकनाथ शिंदे की सियासी कहानी बेहद दिलचस्प है। एकनाथ शिंदे को शिवसेना का संकटमोचक कहा जाता है।
ऑटो रिक्शा चलाने वाले एकनाथ शिंदे कैसे बने शिवसेना के बड़े नेता?
- महाराष्ट्र
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- 21 Jun, 2022
जानिए, महाराष्ट्र की सियासत में साधारण शिव सैनिक से शिवसेना में ताक़तवर नेता बनने वाले एकनाथ शिंदे का राजनीतिक जीवन कैसा रहा है और उन्होंने बगावत क्यों की।

कहा जाता है कि जब तक शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे जीवित थे तब तक महाराष्ट्र में वह तमाम बड़े फैसलों में एकनाथ शिंदे की राय लिया करते थे। बाला साहेब ठाकरे के निधन के बाद भी एकनाथ शिंदे का शिवसेना में बड़ा वजूद बना रहा।
एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे कल्याण सीट से लोकसभा सांसद हैं और उनके भाई प्रकाश शिंदे नगर निगम के पार्षद हैं। एकनाथ शिंदे को पार्टी के बड़े कार्यक्रम करने की जिम्मेदारी दी जाती रही है और वह शिव सैनिकों के बीच खासे लोकप्रिय भी हैं। शिंदे के पास महा विकास आघाडी सरकार में नगरीय विकास और शहरी मामलों जैसा अहम मंत्रालय है।