‘हमारा देश कभी सोने की चिड़िया हुआ करता था और यहाँ दूध-दही की नदियाँ बहा करती थीं।’ बड़े बुजुर्गों के मुँह से आपने भी यह बात कई बार सुनी होगी लेकिन इस युग में देश का किसान पानी से सस्ता दूध बेचने को मजबूर है, क्या यह आपको पता है? आप शहरों या महानगरों में रहते होंगे तो आपको इस बात पर यक़ीन नहीं होगा लेकिन वस्तु स्थिति यही है। महाराष्ट्र में दुग्ध उत्पादक किसान 17 से 25 रुपये प्रति लीटर से दूध बेचने को मजबूर हैं, भले आप रोज़ सुबह इसी दूध को 50 रुपये या उससे अधिक भाव में खरीदते हों। लिहाज़ा प्रदेश में सड़कों पर, मंदिरों में अभिषेक कर दूध बहाया जा रहा है।
महाराष्ट्र: पानी से भी सस्ता होगा तो सड़कों पर ही दूध बहाएँगे किसान!
- महाराष्ट्र
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- 22 Jul, 2020

महाराष्ट्र का किसान पानी से सस्ता दूध बेचने को मजबूर है, क्या यह आपको पता है? दुग्ध उत्पादक किसान 17 से 25 रुपये प्रति लीटर से दूध बेचने को मजबूर हैं, भले आप रोज़ सुबह इसी दूध को 50 रुपये या उससे अधिक भाव में खरीदते हों।
देश का किसान पहले ही आर्थिक संकट से जूझ रहा था और अब कोरोना जैसी महामारी ने जीवन जीने के उसके जज्बे पर भारी आघात किया है। महाराष्ट्र देश में सबसे ज़्यादा किसान आत्महत्या से पीड़ित राज्य की श्रेणी में आता है। औद्योगीकरण और शहरीकरण के चलते यहाँ का किसान अपनी खेती को व्यावसायिक रूप देने की जद्दोजहद में लगा रहता है लेकिन हर दूसरे या तीसरे साल पड़ने वाली अकाल की छाया उसके जीवन में अंधकार कर जाती है। अब ऐसे में लाखों दूध उत्पादक किसानों पर नया संकट खड़ा हो गया है।