‘हमारा देश कभी सोने की चिड़िया हुआ करता था और यहाँ दूध-दही की नदियाँ बहा करती थीं।’ बड़े बुजुर्गों के मुँह से आपने भी यह बात कई बार सुनी होगी लेकिन इस युग में देश का किसान पानी से सस्ता दूध बेचने को मजबूर है, क्या यह आपको पता है? आप शहरों या महानगरों में रहते होंगे तो आपको इस बात पर यक़ीन नहीं होगा लेकिन वस्तु स्थिति यही है। महाराष्ट्र में दुग्ध उत्पादक किसान 17 से 25 रुपये प्रति लीटर से दूध बेचने को मजबूर हैं, भले आप रोज़ सुबह इसी दूध को 50 रुपये या उससे अधिक भाव में खरीदते हों। लिहाज़ा प्रदेश में सड़कों पर, मंदिरों में अभिषेक कर दूध बहाया जा रहा है।