क्या देश की सबसे प्रमुख जाँच एजेंसी सीबीआई का अस्तित्व संकट में है? क्या सत्ता का समीकरण बनाने-बिगाड़ने का राजनीतिक पार्टियों का संघर्ष देश के संघीय ढाँचे के लिए ख़तरा बनता जा रहा है?