क्रूज ड्रग्स मामले में मुंबई पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आर्यन केस को रफा-दफा करने के लिए 25 करोड़ की वसूली का आरोप लगाने वाले एनसीबी के गवाह प्रभाकर सैल का मुंबई पुलिस ने मंगलवार देर रात करीब 8 घंटे तक बयान दर्ज किया। प्रभाकर मुंबई पुलिस के डीसीपी जोन वन के दफ्तर में मंगलवार शाम को बयान दर्ज कराने के लिए पहुंचे थे।
प्रभाकर ने एनसीबी के अधिकारियों और किरण गोसावी के ख़िलाफ़ रंगदारी मांगने की शिकायत एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई थी जिसके बाद प्रभाकर का बयान दर्ज किया गया।
प्रभाकर इस ड्रग्स केस में दूसरे गवाह रहे किरण गोसावी का बॉडीगार्ड है। एनसीबी ने भी प्रभाकर को अपना गवाह बनाया था लेकिन अब वह पलट गया है।
क्रूज़ ड्रग्स मामले में एक ओर जहां महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के नेता नवाब मलिक एनसीबी के मुंबई जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर हमलावर हैं। वहीं, मुंबई पुलिस के सामने बयान दर्ज कराने के बाद प्रभाकर ने कहा कि उन्होंने मुंबई पुलिस को 2 और 3 अक्टूबर के बीच हुए पूरे घटनाक्रम को सिलसिलेवार तरीके से बताया है।
25 करोड़ की डील?
प्रभाकर ने मुंबई पुलिस को बताया कि उसने ड्रग्स केस को रफा-दफा करने के लिए केपी गोसावी को 25 करोड़ की डील की बात करते सुना था। प्रभाकर ने यह भी बताया कि 18 करोड़ में यह डील फाइनल भी हो गई थी। जिसमें से 8 करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को दिए जाने थे।
मिलते थे वानखेड़े-गोसावी?
प्रभाकर ने मुंबई पुलिस को बताया है कि किरण गोसावी के समीर वानखेड़े से काफी पुराने संबंध हैं और वह अक्सर समीर वानखेड़े से मिलता रहता था। गोसावी उस समय चर्चा में आया था जब उसने आर्यन खान के साथ सेल्फी ली थी और उस सेल्फी को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। उसके बाद से सवाल उठने लगे थे कि आखिर यह शख्स कौन है।
गोसावी के साथ था प्रभाकर
उसके बाद से गोसावी फरार हो गया था और फिर पुणे पुलिस ने उसके ख़िलाफ़ धोखाधड़ी के एक मामले में लुक आउट सर्कुलर भी जारी कर दिया था। प्रभाकर ने पुलिस को बताया कि वह किरण गोसावी के पर्सनल बॉडीगार्ड के रूप में काम करता था और क्रूज पर रेड के दौरान भी वह गोसावी के साथ था।
मुंबई पुलिस के प्रवक्ता एस. चैतन्य का कहना है कि प्रभाकर सैल ने एनसीबी के कुछ अधिकारियों पर रंगदारी मांगने के आरोप लगाए थे और इसकी शिकायत पुलिस स्टेशन में भी की थी। जिसके बाद पुलिस ने प्रभाकर का बयान दर्ज किया है।
गोसावी से होगी पूछताछ
पुलिस ने प्रभाकर से कुछ सबूत भी लिए हैं जिनकी जांच की जा रही है। इसके अलावा किरण गोसावी से भी इस मामले में पूछताछ की जाएगी। अगर जांच में कुछ निकल कर आता है तो एनसीबी के अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रभाकर का हलफनामा
इससे पहले प्रभाकर ने अपने हलफनामे में सैम डिसूजा नाम के व्यक्ति का भी जिक्र किया था। प्रभाकर ने हलफ़नामे में लिखा था कि सैम डिसूजा से उसकी मुलाकात एनसीबी दफ्तर के बाहर ही हुई थी जहां डिसूजा केपी गोसावी से मिलने पहुंचे थे।
इसके बाद सैम डिसूजा और केपी गोसावी, एनसीबी के दफ्तर से लोअर परेल में एक जगह पर अपनी-अपनी कार से पहुंचे। इस दौरान प्रभाकर वाट्सऐप कॉल पर सैम डिसूजा से ड्रग्स मामले को सुलझाने के लिए 25 करोड़ रुपये से बात शुरू कर 18 करोड़ में डील फाइनल करने की बात कर रहा था।
प्रभाकर ने अपने हलफनामे में यह भी दावा किया था कि किरण गोसावी और सैम डिसूजा ने शाहरुख खान की मैनेजर पूजा डडलानी से भी मुलाकात की थी। इसके बाद केपी गोसावी ने फोन पर किसी से बात की और फिर मुझसे (प्रभाकर से) कहा कि वह हाजी अली ताड़देव चला जाये, जहां उसे किसी से 50 लाख रुपये लेने को कहा गया। प्रभाकर ने वहां से 50 लाख रुपये का बैग लिया और किरण गोसावी को दे दिया।
मलिक का हमला जारी
दूसरी ओर, नवाब मलिक का हमलावर रूख़ जारी है। नवाब मलिक यहां तक कह चुके हैं कि वह बहुत जल्द समीर वानखेड़े को सलाखों के पीछे भिजवाएंगे, क्योंकि समीर वानखेड़े ने बहुत से बेगुनाह लोगों को बेवजह गिरफ्तार किया था।
इसके बाद सत्य हिंदी के कार्यक्रम में शिव सेना नेता किशोर तिवारी ने भी दावा किया था कि वानखेड़े को बहुत जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
ऐसे में सवाल यही उठता है कि क्या महाराष्ट्र सरकार ने समीर वानखेडे पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। हालांकि वानखेड़े ने नवाब मलिक द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। इस बीच, वानखेड़े ने मंगलवार को एनसीबी प्रमुख से दिल्ली में मुलाकात की।
अपनी राय बतायें