महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को झटका देने के बाद अब कांग्रेस को जोर का झटका देने की तैयारी में हैं। महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में यह खबर काफी तेजी से चल रही है कि कांग्रेस के कम से कम 10 विधायक टूट कर बीजेपी और शिंदे गुट के साथ आ सकते हैं।
खबरें तो ऐसी भी हैं कि अगले महीने होने वाले महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट विस्तार में कांग्रेस के दो बड़े नेताओं को मंत्री पद की शपथ भी दिलाई जा सकती है जिसमें एक नाम काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
हालांकि अभी तक इस बारे में कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है।
चव्हाण-फडणवीस की मुलाकात
महाराष्ट्र में जून में महा विकास आघाडी सरकार को लगे झटके के बाद एक बार फिर से आघाडी को झटका लग सकता है। महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में पिछले 2 दिनों से एक चर्चा ने ना केवल महाराष्ट्र विकास आघाडी की नींद उड़ा दी है बल्कि कांग्रेस आलाकमान भी चिंता में पड़ गया है। इन चर्चाओं को उस समय और ज्यादा बल मिला जब महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से गुरुवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के एक करीबी नेता के घर लगभग आधे घंटे तक गुप्त मुलाकात की।
हालांकि इस मुलाकात के बारे में अभी तक देवेंद्र फडणवीस की तरफ से कोई सफाई नहीं पेश की गई है जबकि अशोक चव्हाण का कहना है कि उन्होंने फडणवीस से मुलाकात उनके विधानसभा क्षेत्र के किसी काम को लेकर की थी।
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नाना पटोले का बयान
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का कहना है कि उन्होंने अशोक चव्हाण से उनके घर पर मुलाकात की जिसमें उन्होंने बताया कि फडणवीस से उनकी मुलाकात उनके विधानसभा क्षेत्र के एक काम को लेकर हुई थी। पटोले के मुताबिक, मीडिया में चल रही खबरों को अशोक चव्हाण ने बकवास बताया है।
पटोले का कहना है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस एकजुट है और बीजेपी कांग्रेस को तोड़ने में कामयाब नहीं होगी।
क्रॉस वोटिंग की थी
पिछले 2 दिनों से यह चर्चा काफी तेज है कि कांग्रेस के करीब 10 विधायक इस वक्त उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के संपर्क में हैं। बता दें कि जून में हुए विधान परिषद और राष्ट्रपति के चुनाव में भी इन सभी 10 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी। आलम तो यह रहा था कि जुलाई में जब महाराष्ट्र सरकार का फ्लोर टेस्ट हुआ था तो फ्लोर टेस्ट के दौरान कांग्रेस के 10 विधायक गायब रहे थे जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण और कई विधायक शामिल थे।
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पृथ्वीराज चव्हाण की बगावत
बता दें कि कांग्रेस के एक और बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी कांग्रेस हाईकमान के खिलाफ बगावत किए हुए हैं। ऐसी भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि पृथ्वीराज चव्हाण भी जल्द ही पार्टी छोड़ सकते हैं। पृथ्वीराज चव्हाण ने पिछले हफ्ते ही कांग्रेस के जी-23 सदस्य रहे और कांग्रेस को अलविदा कह चुके गुलाम नबी आजाद से दिल्ली में मुलाकात की थी। जिसके बाद से यह अफवाह तेज है कि पृथ्वीराज चव्हाण भी गुलाम नबी आजाद की तरह कांग्रेस को अलविदा कह सकते हैं। कुछ दिन पहले ही महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे असलम शेख ने भी देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी जिसके बाद उनके बारे में भी उस समय काफी अटकलें लगी थीं।
बीजेपी के एक बड़े नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने सत्य हिंदी को बताया कि राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार होता है तो करीब 23 मंत्री और शपथ ले सकते हैं। इसके बाद से यह अटकलें भी लगाई जाने लगी थी कि अगर अशोक चव्हाण कांग्रेस छोड़कर शिंदे और फडणवीस सरकार में शामिल होते हैं तो उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है। इस समय शिंदे की कैबिनेट में मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री समेत 20 मंत्री हैं।
गिर गई थी आघाडी सरकार
बता दें कि महाराष्ट्र में 20 जून को एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से बगावत कर कर दी थी और 20 विधायकों के साथ सूरत पहुंच गए थे और फिर वहां से गुवाहाटी चले गए थे। इसके बाद एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना के 40 विधायक आ गए थे और यही कारण था कि उद्धव ठाकरे सरकार अल्पमत में आ गई थी और उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था।
एकनाथ शिंदे ने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी। साथ ही बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया था। इसके बाद शिवसेना ने बागी विधायकों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था जिसमें सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को संवैधानिक बेंच को ट्रांसफर कर दिया था।
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