कर्नाटक के कुछ स्कूलों में चल रहे हिजाब विवाद पर महाराष्ट्र सरकार के कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी प्रतिक्रिया दी है। आदित्य ठाकरे ने कहा है कि स्कूल में स्कूल यूनिफार्म के अलावा किसी दूसरी ड्रेस के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। बता दें कि हिजाब पर विवाद के चलते कर्नाटक में स्कूल-कॉलेजों को बंद करना पड़ा है और बेंगलुरू में पुलिस ने शिक्षण संस्थानों के आसपास प्रदर्शन करने पर 2 हफ्ते के लिए रोक लगा दी है।
ठाकरे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि स्कूल और कॉलेज पढ़ाई करने की जगह हैं और वहां सिर्फ पढ़ाई ही कराई जानी चाहिए।
आदित्य ठाकरे ने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षण संस्थानों में किसी भी तरह की राजनीतिक, धार्मिक चीजों को नहीं लाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवसेना का मकसद स्कूलों में बेहतर शिक्षण सुविधाएं देना है।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने इस मामले में कहा है कि सभी छात्रों को स्कूल के द्वारा निर्धारित की गई ड्रेस कोड का पालन करना चाहिए और राज्य में कानून व्यवस्था बनी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को यह देखने की जरूरत है कि छात्रों को कौन भड़का रहा है।
यह विवाद 4 फरवरी को तब तूल पकड़ गया था जब कर्नाटक के उडुपी जिले के एक बालिका सरकारी स्कूल में लड़कियों ने आरोप लगाया था कि उन्हें हिजाब पहनकर कक्षाओं में बैठने नहीं दिया जा रहा है। इसके बाद कर्नाटक के दूसरे स्कूलों में कुछ छात्राएं और छात्र भगवा दुपट्टा पहनकर पहुंच गए थे।
हालात को बिगड़ते देख राज्य के शिक्षा बोर्ड ने एक सर्कुलर जारी कर कहा था कि स्कूल प्रशासन की ओर से निर्धारित की गई यूनिफॉर्म या ड्रेस को ही छात्र और छात्राएं पहन सकते हैं। सर्कुलर में कहा गया था कि स्कूल-कॉलेजों में किसी भी तरह की धार्मिक प्रथा की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इस मामले में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी समेत तमाम नेताओं के बयान आ चुके हैं। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर माहौल गर्म है और लोग अपनी राय को खुलकर जाहिर कर रहे हैं।
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