बिना चुनाव लड़े राज ठाकरे की पार्टी को नोटिस भेज सभाओं के खर्च़ देने की माँग चुनाव आयोग ने की है। इस नोटिस से नये विवाद खड़े होने की आशंकाएँ प्रबल हो गयी हैं। राज ठाकरे की अभी तक कोई प्रतिक्रिया तो नहीं आयी है, लेकिन शरद पवार ने इसे ग़लत बताया है। देश का यह पहला चुनाव होगा जहाँ चुनाव आयोग पर हर दिन कहीं न कहीं आरोप लग रहे हैं और विपक्षी दलों को सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा तक खटखटाना पड़ रहा है। बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह द्वारा अपने भाषणों में सेना और शहीदों के नाम पर वोट माँगने की हो या प्रधानमंत्री या उनके मंत्रियों के हेलिकॉप्टर की जाँच नहीं करने की, चुनाव आयोग की भूमिका पर सवालिया निशान लगे हैं।
राज ठाकरे को नोटिस, फिर सवालों के घेरे में चुनाव आयोग
- महाराष्ट्र
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- 5 May, 2019

बिना चुनाव लड़े राज ठाकरे की पार्टी को नोटिस भेज कर सभाओं के खर्च़ देने की माँग चुनाव आयोग ने की है। क्या चुनाव आयोग सत्ताधारी दल के दबाव में ऐसा कुछ कर रहा है?