अपने डेढ़ दशक के लंबे राजनैतिक जीवन में पहली बार कड़े मुक़ाबले में फँसे राहुल गाँधी ने अमेठी का क़िला फ़तह करने के लिए पहली बार 100 से ज़्यादा बाहरी नौजवानों की फ़ौज उतार दी है। कभी वामपंथी संगठनों से जुड़े रहे ये नौजवान इन दिनों अमेठी के गाँवों की ख़ाक छान रहे हैं और राहुल गाँधी की राह आसान करने में जुटे हैं। अमेठी के इतिहास में शायद यह पहली बार हो रहा है कि कांग्रेस को अपना क़िला बचाने के लिए बाहर के राजनैतिक कार्यकर्ताओं की मदद लेनी पड़ रही है।