जिस नलिन कुमार कतील को महात्मा गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के पक्ष में बयान देने के लिए बीजेपी ने खिंचाई की थी उन्हें ही अब कर्नाटक बीजेपी का प्रमुख बना दिया गया है। यानी गोडसे के पक्ष में बोलने के बावजूद कतील की पदोन्नति हुई। हाल के दिनों में जब साध्वी प्रज्ञा सिंह ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था तो ख़ुद प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह उन्हें दिल से कभी माफ़ नहीं करेंगे। हालाँकि, इस मामले में भी कार्रवाई होती नहीं दिखी।
गोडसे के पक्ष में बोलने वाले नलिन कतील क्यों बने कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष?
- कर्नाटक
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- 21 Aug, 2019
जिस नलिन कुमार कतील को महात्मा गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के पक्ष में बयान देने के लिए खिंचाई की थी उन्हें ही अब बीजेपी ने कर्नाटक बीजेपी का प्रमुख बना दिया है।

सवाल यह उठता है कि जिस नेता की कुछ महीनों पहले ही महात्मा गाँधी के हत्यारे का पक्ष लेने के लिए तीखी आलोचना की गई हो उसे बीजेपी ने इतनी बड़ी ज़िम्मेदारी क्यों दी? जिस तरह से नलिन कुमार कतील ने गोडसे को लेकर बात की थी वह काफ़ी आपत्तिजनक थी। उन्होंने इसी साल मई महीने में ट्वीट किया था, 'गोडसे ने एक को मारा, कसाब ने 72 को और राजीव ने 17 हज़ार को, अब आप देखिए कौन सबसे ज़्यादा जालिम है।' पार्टी ने ख़ुद इसे ग़लत माना था और इसीलिए उनकी आलोचना की गई थी। जब काफ़ी विवाद हुआ तब बाद में ट्वीट के लिए उन्हें माफ़ी माँगनी पड़ी थी।