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मेंगलुरु में वो दुकान, जिसके मालिक की हत्या यहां पर की गई।

कर्नाटकः मेंगलुरु में हत्या के बाद तनाव, धारा 144 लागू

कर्नाटक के मेंगलुरु में मुस्लिम युवक की हत्या के बाद तनाव बन गया है। प्रशासन ने किसी भी घटना को रोकने के लिए धारा 144 लागू कर दी है। कर्नाटक में जल्द ही चुनाव होने हैं और राज्य में साम्प्रदायिक घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
मेंगलुरु के सुरथकल इलाके में दो अज्ञात बदमाशों ने एक व्यक्ति की चाकू मारकर हत्या कर दी। मारे गए शख्स की पहचान जलील के रूप में हुई है। वह कृष्णापुरा इलाके में प्रोविजन स्टोर चलाता था। घटना के समय जलील अपनी दुकान पर था। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। हालांकि, उसकी मौत हो चुकी थी। हत्या के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। अस्पताल के बाहर भी भारी भीड़ जमा हो गई। पुलिस तुरंत हरकत में आई और मामले की जांच शुरू कर दी है। 
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पुलिस सांप्रदायिक और अन्य पहलुओं से जांच कर रही है। गौरतलब है कि जुलाई में 24 साल के मोहम्मद फैसल की भी इलाके में हत्या कर दी गई थी। यह घटना कैमरे में भी कैद हो गई।

कांग्रेस के पूर्व विधायक मोहिउद्दीन बावा ने जलील की हत्या को लेकर राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। बावा ने कहा कि जहां फैजल की हत्या की गई, वहां से महज दो किलोमीटर की दूरी पर दूसरी हत्या की गई। 
उन्होंने आगे कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है और कर्नाटक में लोगों की बार बार हत्या की जा रही है। बावा ने कहा, पिछली बार जब सीएम मंगलुरु में थे तब फैज़ल की हत्या कर दी गई थी और अब जब एचएम शहर में हैं तो जलील की हत्या कर दी गई है।
Karnataka: Tension after murder in Mangaluru - Satya Hindi
मेंगलुरु में मारे गए जलील का शव।
राज्य में इस तरह की यह पहली घटना नहीं है। जुलाई में, दक्षिण कन्नड़ जिले के बेलारे गांव में बीजेपी के युवा नेता की भी हत्या कर दी गई थी। उसकी पहचान प्रवीण नेतारू के रूप में हुई थी। बीजेपी कार्यकर्ता की कथित रूप से तीन लोगों ने उस समय हत्या कर दी जब वह अपनी चिकन की दुकान बंद कर रहा था। बताया जा रहा है कि चाकुओं से काट डाला गया था।

बहरहाल, जिला प्रशासन ने ताजा घटना के बाद मेंगलुरु में धारा 144 लागू कर दी है। लोगों के जमा होने पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। जिले में शराब की दुकानों को 27 दिसंबर तक बंद कर दिया गया है। कर्नाटक में तीन-चार महीने बाद चुनाव हैं। लेकिन राज्य में किसी न किसी बहाने साम्प्रदायिक आक्रोश को भड़काया जा रहा है। राज्य की शिक्षण संस्थाओं में हिजाब पर बैन लगने के बाद माहौल सुधरा नहीं है। 

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क़मर वहीद नक़वी
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