कर्नाटक के मंदिरों में अब 'सलाम आरती' की जगह 'संध्या आरती' होगी। हिंदू मंदिरों की देखरेख करने वाले राज्य के सर्वोच्च निकाय ने इस मामले में एक प्रस्ताव को शनिवार को मंजूरी दे दी है। क़रीब सात महीने पहले इस प्रस्ताव की सिफारिश की गई थी। इसमें आरती के नाम में आने वाले फारसी शब्द को बदलकर संस्कृत शब्द से रखने की बात कही गयी थी।
कर्नाटक के मंदिरों में 'सलाम' की जगह जल्द ही 'संध्या' आरती
- कर्नाटक
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- 11 Dec, 2022
कर्नाटक के एक प्रसिद्ध मंदिर में आख़िर शाम सात बजे होने वाली एक पूजा-आरती के नाम 'सलाम' पर क्यों आपत्ति है और इसको अब क्यों बदला जा रहा है? जानिए, पूरा मामला।

यह सिफारिश इसलिए की गई थी क्योंकि कुछ लोगों ने सदियों पहले से चली आ रही आरती के उस नाम को लेकर आपत्ति की थी। कहा जाता है कि उस आरती के नाम से टीपू सुल्तान का कुछ जुड़ाव था। तब यह मामला एक मंदिर का था। कई हिंदू संगठनों के विरोध के बाद राज्य के मंड्या में मेलुकोटे चेलुवनारायण स्वामी मंदिर की 'सलाम आरती' का नाम 'संध्या आरती' करने की सिफारिश जिला प्रशासन ने की थी। सलाम आरती को सदियों से 'देवतीगे सलाम' प्रथा के तौर पर जाना जाता रहा है।