अगले साल होने वाले चुनाव से पहले कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद ने काफी तूल पकड़ लिया है। वह भी तब जब दोनों राज्यों में बीजेपी सत्ता में है। केंद्र में भी सत्ता में है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पिछली बैठक में कहा भी था कि कर्नाटक और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों ने दशकों पुराने सीमा विवाद में अपने दावों पर तब तक जोर नहीं देने की सहमति जताई है जब तक कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर फ़ैसला नहीं करता। तो सवाल है कि आख़िर कर्नाटक ने विवादित बेलगावी में विशेष सत्र क्यों बुलाया? क्या अमित शाह की बात उनकी पार्टी के लोग ही नहीं सुन रहे हैं? क्या कोई ऐसी हिमाकत कर सकता है?
विवादित बेलगावी में कर्नाटक विधानसभा का विशेष सत्र क्यों?
- कर्नाटक
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- 18 Dec, 2022
क्या केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की बात बीजेपी शासित कर्नाटक नहीं मान रहा है? जब महाराष्ट्र के साथ सीमा विवाद है तब आख़िर कर्नाटक ने विवादित बेलगावी में विधानसभा का विशेष सत्र क्यों बुलाया है?

यह सवाल इसलिए भी कि विवादित महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा क्षेत्र में क़ानून व्यवस्था लागू करने और शांति स्थापित करने के केंद्र के प्रयासों के बीच कर्नाटक कल बेलगावी में अपने दूसरे विधानसभा भवन में एक प्रतीकात्मक सत्र आयोजित करेगा। रिपोर्टों के अनुसार वह सत्र सुबह 11 बजे 'सुवर्ण विधान सौध' में शुरू होगा, जो बेंगलुरु में विधान सौध की सीट पर आधारित है।