कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया की टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है। कांग्रेस नेता सिद्धरमैया ने कहा है कि मैं हिंदू विरोधी नहीं बल्कि हिंदुत्व विरोधी हूं। क्योंकि हिंदुत्व हत्या, हिंसा और भेदभाव के लिए है।
कलबुरगी में कांग्रेस के पूर्व विधायक बीआर पाटिल की किताब के विमोचन के दौरान सिद्धारमैया ने कहा- हिंदुत्व संविधान के खिलाफ है। हिंदुत्व और हिंदू धर्म अलग हैं। मैं हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं हूं। मैं एक हिंदू हूं। लेकिन मनुवाद और हिंदुत्व का विरोध करता हूं।
कर्नाटक के पूर्व सीएम का यह बयान ऐसे समय आया है, जब कर्नाटक में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं। कांग्रेस को राज्य में बेहतर स्थिति में माना जा रहा है। उन्होंने कहा-
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कोई भी धर्म हत्या और हिंसा का समर्थन नहीं करता है, लेकिन हिंदुत्व और मनुवाद हत्या, हिंसा और भेदभाव का समर्थन करते हैं।
-सिद्धरमैया, पूर्व सीएम कर्नाटक, 7 फरवरी 2023, सोर्सः एनडीटीवी
यह पहली बार नहीं है जब सिद्धरमैया ने हिंदुत्व पर अपनी टिप्पणी से विवाद खड़ा किया है। इससे पहले 8 जनवरी को उन्होंने जोर देकर कहा था कि वह एक हिंदू हैं लेकिन हिंदुत्व का विरोध करते हैं। इसी कार्यक्रम में उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने कभी भी अयोध्या में राम मंदिर का विरोध नहीं किया बल्कि राजनीतिक लाभ के लिए इसका इस्तेमाल करने के खिलाफ थे।
शनिवार को सिद्धारमैया ने कर्नाटक के पशुपालन मंत्री प्रभु चौहान पर भी हमला बोलते हुए उन्हें एक 'मूर्ख' बताया था, जो गाय और बकरी की पहचान नहीं कर सकता।
सिद्धारमैया ने कई ट्वीट किए, जिसमें उन्होंने राज्य के पशुपालन मंत्री और राज्य सरकार के कामकाज की आलोचना की। उन्होंने कन्नड़ में लिखा, यह मंत्री कन्नड़ सहित किसी भी भाषा में धाराप्रवाह नहीं बोल सकता है। ऐसे लोग विधायक बनने के लायक नहीं हैं।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए पूर्व सीएम ने कहा-
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बीजेपी नेताओं ने हर विधायक को 15 से 20 करोड़ रुपये का भुगतान किया और येदियुरप्पा के नेतृत्व में 'ऑपरेशन कमल' के जरिए सरकार बनाई।
-सिद्धरमैया, पूर्व सीएम कर्नाटक, 7 फरवरी 2023, सोर्सः एनडीटीवी
उन्होंने दावा किया -2013 में, हमने 165 वादों में से 158 को पूरा किया और 30 नए कार्यक्रम शुरू किए। बीजेपी ने 2018 में 600 वादे किए, जिनमें से 50 से 60 पूरे नहीं किए गए। सिद्धरमैया ने कहा कि पेन, पेंसिल, किताबों और दही पर 18 प्रतिशत टैक्स लगाकर सरकार ने आम आदमी पर अधिक बोझ डाला है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि अगला चुनाव जीतने पर कांग्रेस ने हर घर के मालिक को प्रति माह 20,00 रुपये और प्रति माह 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने का फैसला किया है।
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