कर्नाटक के शिवमोगा ज़िले में सोमवार रात अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों पर कथित रूप से हमला किए जाने के बाद से तनाव है। पुलिस का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है। इसने तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है। कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने संवाददाताओं से कहा है कि पुलिस पहले ही तीन लोगों को हिरासत में ले चुकी है और वे वही करेंगे जो करने की ज़रूरत है।
चूँकि यह मामला दो समुदायों से जुड़े लोगों के बीच का है, इसलिए पुलिस अतिरिक्त सावधानी बरत रही है। वैसे, भी कर्नाटक के कई हिस्सों में सांप्रदायिक तनाव की ख़बरें आती रही हैं। ख़ासकर, शिवमोगा में तो तनाव की ऐसी ख़बरें हाल में कई बार आ चुकी हैं। ऐसा ही एक मामला सावरकर के पोस्टर को लेकर हुआ था। उससे पहले वहाँ बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की हत्या का मामला भी गरमाया था। हिजाब बैन को लेकर भी वहाँ हिंसा हुई थी।
बहरहाल, सोमवार रात का ताजा मामला, दो युवकों पर हमले का है। पीड़ितों में से एक प्रकाश ने दावा किया है कि हमलावरों ने आरएसएस विरोधी नारे लगाए और हिंदुत्व कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ टिप्पणी की। हमले में प्रकाश को मामूली चोटें आई हैं।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार प्रकाश ने संवाददाताओं से कहा, 'दो लोगों ने मुझे अपने हाथों से पीटना शुरू किया, फिर पत्थर से और अन्य चीजों से। मुझे लात मारी, उन्होंने आरएसएस और कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ कुछ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। एक बाइक पर था।'
उन्होंने कहा, 'मैं जमीन पर गिर गया, उन्होंने फिर मुझ पर हमला किया, लेकिन किसी तरह मैं उठा, उन्होंने मुझे मेरे चेहरे पर मारा और फिर मेरे सिर से ख़ून बह रहा था, मैं किसी तरह अपने घर के पास भागा, लेकिन वे पीछा करते हुए आए और उन्होंने पत्थर से मुझ पर हमला किया। जैसे ही मेरी माँ ने दरवाज़ा खोला, मैं अंदर घुस गया।'
शिवमोगा के एसपी जी के मिथुन कुमार ने कहा है कि स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की ज़रूरत नहीं है। पुलिस ने डोड्डापेट में मार्केट फौजान, अजहर उर्फ अज्जू और फ़राज़ तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
एएनआई के अनुसार एसपी ने कहा, 'उन्होंने दो बाइकों पर 2 और आरोपियों के साथ सीगेहट्टी में लगभग 11 बजे प्रवीण नाम के शख्स के खिलाफ टिप्पणी की। बाद में उन्होंने चौथे और पांचवें आरोपी को कहीं छोड़ दिया, भरमप्पा नगर रोड पर गए, पथराव किया और प्रकाश नाम के शख्स के ख़िलाफ़ टिप्पणी की।'
बता दें कि अगस्त महीने में शिवमोगा में ही सावरकर के पोस्टर लगाए जाने पर तनाव हो गया था। क्षेत्र में कर्फ्यू लगाना पड़ा था। कर्नाटक पुलिस ने उस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था। शिवमोगा के जिला कलेक्टर ने तब शहर और भद्रावती शहर की सीमा में स्कूल और कॉलेज बंद करने का आदेश दिया था।
कर्नाटक के शिमोगा में बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्षा की हत्या के बाद भी हालात ख़राब हुए थे। इस मामले में 6 आरोपी गिरफ्तार किए गए थे और कर्फ्यू लगाने की घोषणा की गई थी। इस मामले के तूल पकड़ने पर उसकी बहन ने हिन्दू-मुसलमानों से शांति की अपील की थी।
उससे भी पहले शिमोगा में हिंसा हुई थी। कर्नाटक में हिजाब से शुरू हुआ विवाद हिंसा में बदल गया था। हिजाब को चुनौती देने वाली छात्रा के घर को निशाना बनाया गया था।
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