कर्नाटक में तत्कालीन मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में राज्य में भाजपा शासन के दौरान कोविड के लिए करोड़ों रुपये के धन का कथित दुरुपयोग सामने आया है। इस मामले पर जस्टिस जॉन माइकल डी'कुन्हा की एक प्रारंभिक रिपोर्ट पर गुरुवार को कैबिनेट ने चर्चा की, जिसमें स्पष्ट रूप से कई अन्य अनियमितताओं का उल्लेख किया गया।
सूत्रों ने कहा कि 1000 पेज की कई खंडों वाली अंतरिम रिपोर्ट का अब अधिकारियों द्वारा विश्लेषण किया जाएगा और एक महीने से भी कम समय में सरकार को सौंप दिया जाएगा। घोटाले बनाम घोटाले के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एचके पाटिल ने कहा कि यह "दुर्भाग्यपूर्ण" है कि जब भी कोई महत्वपूर्ण रिपोर्ट आती है तो उसे इस नजरिये से देखा जाता है। भाजपा को अपने पाप का हिसाब तो देना ही होगा।
कुन्हा रिपोर्ट को कांग्रेस और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के लिए वरदान के रूप में देखा जा रहा है। क्योंकि भाजपा MUDA घोटाले पर मुख्यमंत्री को घेरने की कोशिश कर रही है। सिद्धारमैया इस मामले में उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की राज्यपाल की मंजूरी को चुनौती देने के लिए अदालत गए हैं।
कथित घोटाला मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण या MUDA द्वारा भूमि आवंटन में अनियमितताओं से जुड़ा है। ऐसे आरोप लगाए गए हैं कि सिद्धारमैया की पत्नी बीएम पार्वती को जमीन का आवंटन भूमि के मूल्य से कहीं अधिक है।
अपनी राय बतायें