कर्नाटक में क्लासरूम को भगवा रंग से रंगने के खिलाफ कांग्रेस ने सीएम अंकल अभियान शुरू किया है। कर्नाटक सरकार प्रदेश के 8100 क्लासरूम को विवेक अभियान के तहत भगवा रंग से रंगने का आदेश दिया है। बीजेपी ने कांग्रेस के अभियान की निन्दा की है। उसका कहना है कि वो सीएम के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। इस बीच कर्नाटक की बीजेपी सरकार प्राइमरी, हाई स्कूल और कक्षा 11 और 12 के छात्रों के लिए ध्यान कक्षाएं शुरू करने के लिए भी तैयारी कर रही है।
कर्नाटक में अगले तीन से चार महीने में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है। इस अभियान को कांग्रेस की चुनाव तैयारी के मद्देनजर भी देखा जा रहा है। इससे पहले अगस्त में पे सीएम जैसा आक्रामक कार्यक्रम कांग्रेस चला चुकी है। वो अभियान भी काफी लोकप्रिय रहा था। कर्नाटक कांग्रेस लीक से हटकर अभियान चलाने के लिए अब चर्चित होती जा रही है।
कांग्रेस ने "सीएम अंकल" हैशटैग के साथ अभियान की शुरुआत करते हुए सीएम बसवराज बोम्मई से कक्षाओं को पेंट करने के बजाय पहले बच्चों के लिए टॉयलेट्स (शौचालय) बनाने का आग्रह किया।
इस अभियान के जरिए कांग्रेस ने स्कूली बच्चों की ओर से बोम्मई से सवाल खड़े किए हैं।
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पूरे राज्य में स्कूलों में बुनियादी ढांचे की कमी है। बच्चे शौचालय के बिना परेशान रहते हैं। सीएम अंकल, स्कूल भवनों को भगवा रंग में रंगने से पहले, पहले शौचालय बनाएं, हमें स्वच्छ पेयजल और सुविधाएं दें।
- कर्नाटक कांग्रेस, मंगलवार को
कांग्रेस ने यह भी कहा कि राज्य सरकार स्वामी विवेकानंद के नाम पर योजनाएं लागू कर रही है, स्वामी विवेकानंद वैज्ञानिक सोच वाले थे, लेकिन मुख्यमंत्री "छात्रों में वैज्ञानिक स्वभाव पैदा करने वाले कार्यक्रमों को लागू नहीं कर रहे हैं।
कांग्रेस ने कहा - अच्छी शिक्षा नहीं मिल रही है, मिड डे मील गायब है, आप क्या कार्रवाई करने जा रहे हैं? कुपोषित बच्चों को अंडे देने की योजना को ठीक से लागू नहीं किया जा रहा है। अंडे वितरित करने के लिए कार्रवाई करें, अंडे खरीदने में भी भ्रष्टाचार को जगह न दें।
पे सीएम अभियान
कांग्रेस ने इससे पहले पे सीएम अभियान भी शुरू किया था, जिसे राज्य में काफी लोकप्रियता मिली थी। सितंबर में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की तस्वीर के साथ 'PayCM' के पोस्टर इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट पेटीएम के विज्ञापनों के समान बेंगलुरु के कुछ हिस्सों में सामने आए थे। बसवराज बोम्मई का चेहरा क्यूआर कोड के बीच में था और लिखा था 40% यहां स्वीकार किया जाता है।
कर्नाटक में पुलिस और सरकारी कर्मचारी पे सीएम पोस्टर हटाते हुए। फाइल फोटो
ये पोस्टर सार्वजनिक ठेके देने और सरकारी नौकरियों में भर्ती करने में राज्य सरकार के कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस के आक्रामक अभियान का हिस्सा थे। बीजेपी इस अभियान से बेहद नाराज थी। उसने अभियान चलाने वाले कांग्रेस मीडिया सेल के लोगों के खिलाफ केस भी दर्ज कराए थे।
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