मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग के अधिकारियों का एक दल राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियों का आकलन करने के लिए गुरुवार को बेंगलुरु पहुंचा। चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे और अरुण गोयल की टीम कर्नाटक के तीन दिवसीय दौरे पर है, जहां मई में विधानसभा चुनाव होने हैं।
बेंगलुरु पहुंचने के बाद, टीम ने कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) मनोज कुमार मीणा और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। केंद्रीय टीम विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से उनके सुझाव, राय और शिकायतें प्राप्त करने के लिए बातचीत करेगा।
केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम यहां चुनाव पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भी भाग लेगी, जिसमें विभिन्न लोकतांत्रिक देशों के चुनाव आयुक्त भाग लेंगे। चुनाव आयोग आगामी चुनाव को लेकर की जा रही तैयारियों को लेकर 10 मार्च को सभी जिलों के उपायुक्तों के साथ बैठक करेगा। बाद में चुनाव आयोग मतदाता जागरूकता के लिए एलईडी वाहनों को हरी झंडी दिखाने से पहले चुनाव पर एक प्रदर्शनी का उद्घाटन करेगा।
कर्नाटक में बीजेपी, कांग्रेस, जेडीएस के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना है। अगर जेडीएस ने अपने ऑप्शन खुले रखे हैं। उसने बीजेपी या कांग्रेस से समझौते की पेशकश नहीं की है। लेकिन अगर कांग्रेस-जेडीएस के बीच चुनावी समझौता होता है तो बीजेपी को कड़े मुकाबले का सामना करना पड़ेगा। कर्नाटक में 224 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 2018 में चुनाव हुआ था।
बीजेपी की बढ़ती मुश्किलेंः कर्नाटक में सत्तारूढ़ बीजेपी तमाम विवादों में घिरी हुई है। अभी उसके एक विधायक के घर से 8 करोड़ का कैश बरामद हुआ। बीजेपी विधायक का बेटा 40 लाख की रिश्वत कांड में पकड़ा गया था। बीजेपी को परेशान होकर अब पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा का दामन थाम लिया है। हालांकि उन्हीं येदियुरप्पा को एक साल पहले बीजेपी नेतृ्व ने ज्यादा उम्र होने के कारण हटा दिया था। येदियुरप्पा ने हाल ही में बयान दिया था कि अधिकांश मौजूदा बीजेपी विधायकों के टिकट कटेंगे। लेकिन अब उन्होंने अपना बयान वापस ले लिया है। इस बीच बीजेपी के स्टार कैंपेनर पीएम मोदी 12 मार्च को राज्य में रैली करने आ रहे हैं। हालांकि पार्टी अब पूरी तरह येदियुरप्पा पर निर्भर है।
कांग्रेस तलाश रही प्रत्याशी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार का कहना है कि पार्टी ने 170 विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों की स्क्रीनिंग का काम पूरा कर लिया है। पार्टी के पास एक-एक सीट पर बहुत सारे विकल्प हैं। जीतने की उम्मीद, सामाजिक न्याय और पार्टी को धोखा न देने वाले प्रत्याशियों पर पार्टी की नजर है। शेष 54 सीटों के प्रत्याशियों की भी स्क्रीनिंग जारी है। उधर, जेडीएस ने कुछ सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा अभी से कर दी है। लेकिन जेडीएस की नजर बीजेपी के उन विधायकों पर भी है, जो बीजेपी छोड़कर जेडीएस में शामिल हो सकते हैं।
कांग्रेस केंद्रीय चुनाव आयोग को चुनाव आचार संहिता लागू करने के लिए ज्ञापन देने वाली है। कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह राज्य का लगातार दौरा कर रहे हैं, वो एक तरह का चुनावी दौरा है। इसलिए राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता फौरन लागू की जाए। यह तय है कि जब चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने में कम समय बचा है तो चुनाव आयोग को खुद ही इन बातों का संज्ञान लेना चाहिए।
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