loader

कर्नाटक- जेपी नड्डा ने वोट के लिए मतदाताओं को धमकाया: कांग्रेस

कर्नाटक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा का एक भाषण विवाद में आ गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक वीडियो क्लिप में जेपी नड्डा को एक सभा को संबोधित करते हुए सुना जा सकता है। नड्डा के भाषण पर मतदाताओं को धमकी देने का आरोप लग रहा है।

कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से वीडियो साझा कर बीजेपी पर हमला किया। कांग्रेस ने ट्वीट में लिखा 'बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने बीजेपी की भ्रष्ट 40 प्रतिशत (कमीशन) वाली सरकार को वोट नहीं देने पर कर्नाटक के लोगों के संवैधानिक अधिकार को रोक देने की धमकी दी है'। पार्टी ने आरोप लगाया कि यह लोकतंत्र पर हमला है। कांग्रेस ने कहा है कि 'हम किसी राजा की प्रजा नहीं हैं, बल्कि संविधान द्वारा शासित एक संघीय देश के नागरिक हैं'।

जेपी नड्डा का जो वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया है उसमें उन्हें यह बोलते हुए सुना जा सकता है कि 'जो मोदी जी का आशीर्वाद है उससे कहीं कर्नाटक वंचित ना हो जाए, इसलिए मेरा आपसे निवेदन है कि आपको कमल को जिताना है...।'

बीजेपी अध्यक्ष के भाषण पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता जयराम रमेश  ने कहा, 'भक्ति की भी सीमा होनी चाहिए नड्डा जी। कर्नाटक की जनता को धमकी क्यों दे रहे हैं, क्यों डरा रहे हैं? कर्नाटक की जनता के आशीर्वाद से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है।'

ताज़ा ख़बरें
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेट ने ट्वीट कर कहा है, 'तो जब कर्नाटक में सब कुछ विफल हो जाता है - भाजपा खुली धमकियों का सहारा लेती है? बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की हिम्मत कैसे हुई कर्नाटक के लोगों को यह कहकर धमकाना कि अगर उन्होंने बीजेपी को वोट नहीं दिया तो वे मोदी के आशीर्वाद से वंचित हो जाएंगे?'

उन्होंने लंबे चौड़े ट्वीट में कहा है, 'लोकतंत्र में प्रधानमंत्री लोगों को आशीर्वाद देते हैं या अपने संवैधानिक कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं? लोग मोदी के रहमोकरम पर नहीं हैं, उन्हें संविधान के तहत अधिकार हैं। और उनमें से एक यह है कि वे जिसे भी वोट देना चाहते हैं, उसके लिए स्वतंत्र रूप से मतदान करें - और दुनिया की कोई ताक़त उसे छीन नहीं सकती।'

उन्होंने आगे कहा, 'मिस्टर नड्डा सिर्फ़ इसलिए कि आपकी भ्रष्ट 40% कमीशन सरकार को वोट दिया जा रहा है, आपके पास कर्नाटक को धमकी देने का दुस्साहस है? उन्होंने कहा, 'श्री नड्डा जी सत्ता के इतने नशे में मत होइए और निश्चित रूप से कर्नाटक और राज्य के अद्भुत स्वाभिमानी लोगों को कमजोर मत कीजिए। आपको माफी मांगनी चाहिए।'

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

कर्नाटक से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें