कर्नाटक के जिस पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार को टिकट देने से मना कर दिया गया था अब उनको आख़िर टिकट देने की बात क्यों कही जा रही है? आख़िर एक दिन में ही ऐसा क्या बदल गया?
दरअसल, जगदीश शेट्टार ने मंगलवार को कहा था कि पार्टी द्वारा उन्हें दूसरों को मौक़ा देने के लिए कहने और उन्हें टिकट नहीं दिए जाने का संकेत मिलने के बाद वह नाराज हैं। हालाँकि, छह बार के विधायक शेट्टार ने पार्टी से उस फ़ैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा था और यह भी कहा था कि वह किसी भी कीमत पर चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा था, 'मैं बहुत निराश हूं। मैंने पहले ही अपने निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार शुरू कर दिया है और मैं इसे और तेज करूंगा। चुनाव से दूर रहने का कोई सवाल ही नहीं है।' उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि उन्हें चुनाव नहीं लड़ने दिया जाता है तो यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा था कि यदि उन्हें टिकट नहीं दिया जाता है तो वह निर्दलीय लड़ेंगे।
लेकिन अब पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की धमकी देने के एक दिन बाद उन्हें शांत कराने की कोशिश की है। येदियुरप्पा ने साफ़ तौर पर कहा कि उन्हें टिकट मिलने की पूरी संभावना है। येदियुरप्पा ने आज समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, '99 फीसदी जगदीश शेट्टार को चुनाव का टिकट दिया जाएगा।'
हुबली से विधायक शेट्टार पूर्व में छह चुनाव जीत चुके हैं। उन्होंने 2018 में पिछले विधानसभा चुनाव में अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी महेश नलवाड़ को हराकर 21,000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की थी। लेकिन बीजेपी की 189 सीटों के लिए मंगलवार रात घोषित उम्मीदवारों की पहली सूची में शेट्टार के निर्वाचन क्षेत्र का उल्लेख नहीं है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कल कहा था कि दूसरी सूची की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
जो पहली सूची जारी की गई है उसमें 52 नये चेहरे हैं। मौजूदा कई विधायकों के टिकट कटने के बाद पार्टी में घमासान मचा है। कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री लक्ष्मण सावदी ने बुधवार को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के अपने फैसले की घोषणा की।
कर्नाटक बीजेपी में प्रत्याशियों की पहली सूची सामने आने के बाद पार्टी के तमाम नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं का जबरदस्त असंतोष सामने आया है। राज्य में जगह-जगह टिकट से वंचित नेता, विधायक और उनके समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं।
बेलगावी उत्तर से मौजूदा बीजेपी विधायक अनिल बेनाके के समर्थकों ने भी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में टिकट से वंचित किए जाने के बाद मंगलवार शाम विरोध प्रदर्शन किया।
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