प्रधानमंत्री मोदी के 'मन की बात' पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के एक ट्वीट से बवाल मच गया। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना की स्थिति पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की तो सोरेन ने प्रधानमंत्री मोदी पर ट्वीट से तंज कसा था। उन्होंने कहा कि 'प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मन की बात की, बेहतर होता कि वह काम की बात सुनते भी'।
आज आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने फोन किया। उन्होंने सिर्फ अपने मन की बात की। बेहतर होता यदि वो काम की बात करते और काम की बात सुनते।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) May 6, 2021
जाहिर तौर पर हेमंत सोरेन के इस ट्वीट का सीधा मतलब यह था कि प्रधानमंत्री मोदी ने हेमंत सोरेन की बात नहीं सुनी। वैसे, विपक्षी दलों के नेता अक्सर प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम 'मन की बात' का हवाला देकर आरोप लगाते हैं कि वह सिर्फ़ अपनी बात ही कहते हैं और दूसरों की बात नहीं सुनते हैं। न्यूज़ एजेंसी 'पीटीआई' ने भी एक अधिकारी के हवाले से ख़बर दी है कि सोरेन इससे नाख़ुश थे कि बातचीत में उन्हें अपनी चिंताएँ जाहिर नहीं करने दी गईं और सिर्फ़ प्रधानमंत्री ही बोलते रहे।
कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री पर हमला किया। कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने ट्वीट किया, 'यह एक गम्भीर चिंता का विषय है कि ऐसे नाज़ुक समय में भी प्रधानमंत्री सिर्फ़ बोलना चाहते हैं, सुनना नहीं। मुख्यमंत्रियों की भी नहीं सुनते।'
This tweet tells us everything about #CovidCrisisIndia.
— Pawan Khera (@Pawankhera) May 7, 2021
Our Prime Minister only talks. He does not listen - not even to Chief Ministers. https://t.co/2RMj63d6Q1
हेमंत सोरेन के ट्वीट के बाद बीजेपी की तरफ़ से तीखी प्रतिक्रियाएँ आईं। बीजेपी नेता हिमंत बिस्व सरमा ने ट्वीट किया, 'आपका यह ट्वीट न सिर्फ़ न्यूनतम मर्यादा के ख़िलाफ़ है बल्कि उस राज्य की जनता की पीड़ा का भी मजाक़ उड़ाना है जिनका हाल जानने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी ने फ़ोन किया था। बहुत ओछी हरकत कर दी आपने। मुख्यमंत्री पद की गरिमा भी गिरा दी।'
इसमें आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी भी कूद गए और प्रधानमंत्री मोदी के बचाव में ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ' प्रिय हेमंत सोरेन, मेरे मन में आपके लिए बहुत सम्मान है, लेकिन एक भाई के रूप में मैं आपसे आग्रह करूँगा, चाहे हमारे मतभेद कुछ भी हों, इस तरह की राजनीति में लिप्त होने से केवल हमारा ही राष्ट्र कमज़ोर होगा।'
In this war against Covid-19, these are the times not to point fingers but to come together and strengthen the hands of our Prime Minister to effectively combat the pandemic. 2/2
— YS Jagan Mohan Reddy (@ysjagan) May 7, 2021
उन्होंने आगे कहा, 'कोविड-19 के ख़िलाफ़ इस युद्ध में यह समय उँगलियाँ उठाने का नहीं बल्कि एक साथ आने और हमारे प्रधानमंत्री के हाथों को मज़बूत करने का है जिससे प्रभावी रूप से महामारी का मुक़ाबला किया जा सके।'
झारखंड में बीजेपी के नेता बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन पर तीखा हमला किया और कहा कि वह विफल रहे हैं इसलिए वह इस तरह की बात कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'हेमंत सोरेन एक असफल मुख्यमंत्री हैं। शासन में विफलता। राज्य में कोरोना से निपटने में विफलता। लोगों की सहायता करने में विफलता। अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए उन्होंने अपने पद की गरिमा को कम कर दिया। श्रीमान सोरेन, जागिए और काम पर लग जाइए। वक़्त गुजरता जा रहा है।'
Hemant Soren is a failed CM.
— Babulal Marandi (@yourBabulal) May 7, 2021
Failure in governance.
Failure in tackling COVID in the state.
Failure to assist people.
To hide his failures he demeans the office he holds.
Wake up and work, Mr. Soren. The clock is ticking.@PMOIndia @HMOIndia @blsanthosh https://t.co/SHX7NGzKhw
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी राज्यों में कोरोना की स्थिति को लेकर फ़ोन पर मुख्यमंत्रियों से आजकल बात कर रहे हैं। गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना और झारखंड के मुख्यमंत्रियों से बात की थी। शुक्रवार को भी उन्होंने उत्तर पूर्व के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है।
यह तब हो रहा है जब पूरे देश में कोरोना से स्थिति ख़राब है। आज लगातार दूसरे दिन कोरोना के रिकॉर्ड पॉजिटिव केस आए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी गुरुवार के 24 घंटे के आँकड़ों के अनुसार देश में 4 लाख 14 हज़ार 188 संक्रमण के नये मामले सामने आए हैं। इससे एक दिन पहले एक दिन में देश में 4 लाख 12 हज़ार 262 पॉजिटिव केस आए थे और इस दौरान 3980 लोगों की मौत हुई थी। एक दिन में मौत का यह आँकड़ा सबसे ज़्यादा था। शुक्रवार को जो एक दिन में मौत का आँकड़ा जारी किया गया है वह कल से मामूली कम है और 3915 मरीज़ों की मौत की बात कही गई है।
यह तीसरी बार है जब एक दिन में 4 लाख से ज़्यादा केस आए हैं। इससे पहले देश में एक मई को 24 घंटे में 4.1 लाख केस आए थे।
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