झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन 30 अगस्त (शुक्रवार) को रांची में भाजपा में शामिल हो रहे हैं, इसकी घोषणा असम के मुख्यमंत्री और झारखंड प्रभारी (विधानसभा चुनाव) हिमंत बिस्वा सरमा ने सोमवार रात को की। झारखंड मुक्ति मोर्चा के विद्रोही नेता चंपाई सोरेन ने पिछले दिनों सोशल मीडिया पर लिखा था कि जुलाई में झारखंड में दोबारा हेमंत सोरेन को सीएम बनाने के दौरान उन्हें "अपमानित" किया गया था। वह अगली कार्रवाई के बारे में सोच रहे हैं। उसके बाद चंपाई ने दिल्ली का चक्कर लगाया, लेकिन किसी भाजपा नेता से बिना मिले रांची लौट गए। इसके बाद वो सोमवार को फिर दिल्ली आए, तब उन्हें अमित शाह से मिलवाया गया।
असम के सीएम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उनके साथ बैठे चंपाई की एक तस्वीर साझा की और लिखा: “झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हमारे देश के एक प्रतिष्ठित आदिवासी नेता, चंपाई सोरेन जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। वह 30 अगस्त को रांची में आधिकारिक तौर पर बीजेपी में शामिल होंगे।”
चंपाई की शाह से मुलाकात के घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए सीएम हेमंत सोरेन के सूत्रों ने कहा: “यह हमारे लिए बहुत अच्छी खबर है, क्योंकि चंपाई सोरेन अब बेनकाब हो गए हैं। अगर वह स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ते तो हमारे लिए यह मुश्किल होता। ऐसे में झामुमो के वोट शेयर के बंटने का खतरा था।''
कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार होने से कुछ घंटे पहले हेमंत सोरेन के इस्तीफा देने के बाद चंपाई फरवरी में झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री बने थे। जून में हेमंत के जमानत पर रिहा होने के बाद, चंपाई और हेमंत दोनों खेमों में तनाव बढ़ने लगा और गठबंधन विधायकों की बैठक के दौरान हेमंत को फिर से नेता चुन लिया गया। सूत्रों के मुताबिक, सीएम होने के बावजूद नजरअंदाज किए जाने से नाखुश चंपाई की दूरियां हेमंत से बढ़ने लगीं। सूत्रों ने कहा, चंपई बैठक में रो पड़े और एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने उन्हें शांत किया। 3 जुलाई को, चंपाई ने हेमंत के लिए फिर से सीएम बनने का रास्ता बनाने के लिए पद से इस्तीफा दे दिया।
17 अगस्त से उनकी गतिविधियां नजर आने लगीं। 17 अगस्त की रात को चंपाई कोलकाता में भाजपा नेताओं से मिलने पहुंचे। 18 अगस्त को चंपाई दिल्ली पहुंचे। लेकिन निजी काम बताकर वो पत्रकारों के सवालों को टालते रहे। भाजपा में शामिल होने की संभावना पर चंपाई ने संवाददाताओं से कहा, हम जहां हैं वहीं पर रहेंगे।
21 अगस्त को नई दिल्ली से कोलकाता होते हुए रांची आने पर चंपाई ने झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले में अपने समर्थकों से मुलाकात की। अफवाहों को खारिज करते हुए, चंपाई ने कहा, “शुरुआत में मैंने सोचा था कि मैं संन्यास ले लूंगा, लेकिन कोलकाता से लौटते समय, मैं अपने कई समर्थकों से मिला, जो झारखंड में विभिन्न स्थानों पर एकत्र हुए थे और मेरे उद्देश्य को समर्थन दे रहे थे। इससे मेरा मन बदल गया. अब, मैं अपनी खुद की पार्टी बनाऊंगा और अगर रास्ते में मुझे दोस्त मिलेंगे तो मैं भी उनमें शामिल हो सकता हूं।' चंपाई अभी पार्टी बनाने की घोषणा तो नहीं की लेकिन भाजपा ने बता दिया कि वो पार्टी में औपचारिक रूप से शामिल होंगे।
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