राँची में जब सर्दी के धुंधलके के बीच सूरज डूब रहा था, झारखंड की राजनीति में हेमंत सोरेन का सूरज फिर रोशन हो गया और महागठबंधन ने बीजेपी को क़रारी हार देकर सरकार बनाने का रास्ता निकाल लिया। लेकिन ना जाने क्यों मुझे आज शाम फिर बीजेपी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली की मुख्यमंत्री रही सुषमा स्वराज याद आ गईं जब दिल्ली विधानसभा के चुनाव हारने के बाद  उन्होंनें कहा था, ‘घर को आग लग गई घर के चिराग़ से।’ 

झारखंड बीजेपी में यह घर का चिराग़ जमशेदपुर में बैठा था या फिर लुटियंस ज़ोन वाली दिल्ली में, इस पर तो बीजेपी को आत्मचिंतन करना होगा।