अभी तक कश्मीर से ख़बरें आ रही थीं कि अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के बाद वहाँ लोग बेहद नाराज हैं और बाज़ार खोलने के लिए तैयार नहीं हैं। यह भी ख़बरें आईं कि घाटी में बीमार लोगों को दवाएँ नहीं मिल पा रही हैं और वे इलाज के इंतजार में हैं। लेकिन अब जो वाकया राज्य के प्रशासन ने किया है, उसे निश्चित रूप से शर्मनाक कहा जाना चाहिए।