गलवान में चीनी घुसपैठ को लेकर भले ही सरकार कुछ भी कहे, लेकिन उस क्षेत्र में काम करने वाले पोर्टरों का कहना है कि जिन जगहों पर वे पिछले साल घोड़े ले कर जाते थे वहाँ अब उन्हें नहीं ले जाने दिया जा रहा है। उनका कहना है कि गलवान में चीनी घुसपैठ है और उन क्षेत्रों में चीनी सैनिक तैनात हैं। पूर्वी लद्दाख के दुरबुक (डुरबुक) निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व पार्षद नामग्याल दुरबुक ने यह दावा किया है। इसके अलावा भी कई रिपोर्टें आती रही हैं कि लद्दाख के कई क्षेत्रों में चीनी घुसपैठ है यानी वे भारत की सीमा में घुस आए हैं।
गलवान में चीनी घुसपैठ की वजह से पोर्टर चारागाह में घोड़े भी नहीं ले जा पा रहे हैं
- जम्मू-कश्मीर
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- 23 Jun, 2020
गलवान में चीनी घुसपैठ पर भले ही सरकार कुछ भी कहे लेकिन पोर्टरों का कहना है कि जिन जगहों पर वे पिछले साल घोड़े ले जाते थे वहाँ अब उन्हें नहीं ले जाने दिया जा रहा है।

हालाँकि हाल ही में एक रिपोर्ट यह आई है कि लद्दाख की गलवान घाटी में झड़प के बाद चीन PP14 से हट गया है। इसकी पुष्टि के बाद ही भारत चीन के बीच पहली कमांडर स्तरीय बैठक सोमवार को एलएसी की चीन की तरफ़ मोलडो में हुई।