प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को संबोधित किया। उन्होंने जम कर सब्ज़ बाग़ दिखाए। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटते ही कश्मीर में विकास की गंगा बहने लगेगी और कश्मीर फिर से स्वर्ग हो जाएगा। उनके कहने का मतलब था कि कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद की समस्या अनुच्छेद 370 की वजह से थी और चूँकि अब अनुच्छेद 370 ख़त्म हो गया है इसलिये यह समस्या भी ख़त्म हो गयी है। लेकिन बड़ा सवाल है कि क्या कश्मीर के लोग प्रधानमंत्री की बात से संतुष्ट हैं? क्या वे उनकी बात पर यक़ीन करने को तैयार हैं? कश्मीर के लोगों की मानें तो वे उनकी बातों से बहुत मुतमुइन नहीं हैं। उन्हें लगता है कि उन्हें सिर्फ़ लच्छेदार भाषण सुनने को मिला है।
पीएम मोदी के ‘कश्मीर के स्वर्ग’ से ख़ुश क्यों नहीं हैं कश्मीरी?
- जम्मू-कश्मीर
- |
- 9 Aug, 2019
प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को संबोधित कर कहा कि अनुच्छेद 370 हटते ही कश्मीर में विकास की गंगा बहने लगेगी और कश्मीर फिर से स्वर्ग हो जाएगा। लेकिन क्या कश्मीर के लोग प्रधानमंत्री की बात से संतुष्ट हैं?

मीडिया की ख़बरों के मुताबिक़ कश्मीर का एक तबक़ा मानता है कि प्रधानमंत्री की इस बात में दम नहीं है कि कश्मीर की समस्या की जड़ अनुच्छेद 370 है। उन्हें लगता है कि 370 को हटाने के लिये बहाना बनाया गया है। ‘फ़र्स्टपोस्ट डॉट कॉम’ ने ‘पीटीआई’ के हवाले से एक रिपोर्ट छापी है। इस रिपोर्ट में कश्मीर के अंदर और बाहर रहने वाले लोगों से बात की गयी है और उनसे मोदी के भाषण पर प्रतिक्रिया ली गयी है।