loader
प्रतीकात्मक तसवीर।

जम्मू कश्मीर के शोपियां में आतंकियों ने कश्मीरी पंडित को गोली मारी 

कश्मीर के शोपियां ज़िले में आज शाम एक दुकानदार को गोली मार दी गई। घटना छोटोगाम इलाक़े में सोमवार शाम हुई। 

पीड़ित की पहचान सोनू कुमार बलजी के रूप में हुई है। वह एक कश्मीरी पंडित हैं। उनको गंभीर हालत में श्रीनगर के एक सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब देश में कश्मीरी पंडितों को घाटी में पुनर्वास करने की मांग हो रही है और कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अन्याय पर नये सिरे से बहस हो रही है। 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म आने के बाद कश्मीरी पंडितों को फिर से घाटी में बसने जैसा माहौल करने की मांग ने जोर पकड़ा है, लेकिन सबसे बड़ी समस्या विश्वास बहाली की है।

ताज़ा ख़बरें

लेकिन कश्मीरी पंडितों में विश्वास बहाली तो दूर, अभी भी उनको निशाना बनाया जा रहा है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर में यह चौथा आतंकवादी हमला है। आतंकवादियों ने पुलवामा में चार ग़ैर-स्थानीय मज़दूर और श्रीनगर में दो सीआरपीएफ़ जवान सहित सात लोग गोलियाँ लगने से घायल हो गए।

पुलवामा जिले के लजूरा इलाके में सोमवार दोपहर आतंकियों ने दो गैर स्थानीय मजदूरों को गोली मार कर घायल कर दिया। घायलों की पहचान बिहार के रहने वाले पातालेश्वर कुमार और जाको चौधरी के रूप में हुई है।

इस घटना से कुछ समय पहले ही पंजाब के दो गैर-स्थानीय मज़दूरों को पुलवामा के नौपोरा इलाक़े में आतंकवादियों ने गोली मार दी और घायल कर दिया।

श्रीनगर के मैसूमा इलाक़े में सोमवार को आतंकवादियों ने सीआरपीएफ़ कर्मियों पर भी गोलियां चलाईं। इस घटना में एक जवान शहीद हो गया और एक अन्य घायल हो गया।

नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने एक ट्वीट कर घटना की निंदा की और ड्यूटी के दौरान शहीद हुए सीआरपीएफ जवान के परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने घायल जवान के जल्द ही पूरी तरह से ठीक होने की कामना की।

पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी हमले की निंदा की। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, 'इस मूर्खतापूर्ण हिंसा से मारे गए लोगों के निर्दोष परिवारों को दुख पहुंचाने के अलावा कुछ नहीं मिलता। परिवार के प्रति मेरी संवेदना और घायलों के लिए प्रार्थना।'

घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने सोमवार को एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, 'नागरिकों और सीआरपीएफ़ कर्मियों पर कायरतापूर्ण आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हैं। शहीद एचसी विशाल कुमार के परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना है। हमारे सुरक्षा बल घृणित हमलों के अपराधियों को मुँहतोड़ जवाब देंगे।'

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

जम्मू-कश्मीर से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें