श्रीनगर की प्रसिद्ध डल झील के पानी पर 700 से अधिक हाउसबोट खड़े हैं। उनमें मुहम्मद यूसुफ़ चापरी के दो हाउसबोट शामिल हैं। करोड़ों रुपये के इन हाउसबोटों के रखरखाव पर चापरी को महीने में हज़ारों रुपये ख़र्च करने पड़ते हैं, लेकिन पिछले एक साल से कोई भी पर्यटक इन हाउसबोटों में नहीं रुका है। पिछले साल 2 अगस्त को दोनों हाउसबोट में पर्यटक ठहरे थे, जब राज्यपाल प्रशासन ने कश्मीर में पर्यटकों, अमरनाथ यात्रियों और छात्रों को तुरंत घाटी छोड़ने के लिए एक परिपत्र जारी किया। इस चौंकाने वाले आधिकारिक परिपत्र में, ग़ैर-कश्मीरियों को घाटी को छोड़ने के निर्देश का कोई कारण नहीं बताया गया। बाद में पुलिस अधिकारियों ने कहा कि घाटी में एक बड़े आतंकवादी हमले की ख़बरें हैं और यह भी है कि आतंकवादी अमरनाथ यात्रियों को भी निशाना बनाने वाले हैं। किसी को वास्तव में समझ नहीं आया कि क्या होने वाला है। अगले 24 घंटों तक सभी पर्यटक कश्मीर छोड़ चुके थे।