loader
शोपियां मतदान केंद्र पर बुधवार को मतदान का नजारा

जम्मू कश्मीर चुनावः पहले चरण में 24 सीटों पर मतदान शुरू

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में एक दशक में अपने पहले विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार, 18 सितंबर को मतदान हो रहा है। मतदान शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। विवादास्पद परिसीमन प्रक्रिया के अंतिम आदेश में कश्मीर के लिए 47 और जम्मू के लिए 43 विधानसभा सीटें निर्धारित किए जाने के बाद से यह जम्मू-कश्मीर में पहला विधानसभा चुनाव भी होगा। मतदान के पहले चरण में 90 में से 24 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डाले जा रहे हैं।
बुधवार को मतदान के लिए निर्धारित सीटों में से आठ जम्मू क्षेत्र के तीन जिलों - डोडा, रामबन और किश्तवाड़ में हैं, और 16 कश्मीर के चार जिलों - अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में हैं।
ताजा ख़बरें
केंद्रीय चुनाव आयोग ने बुधवार सुबह मतदान केंद्रों के जो फोटो जारी किये हैं, उसमें महिलाओं-पुरुषों की लंबी कतारें मतदान केंद्रों के बाहर नजर आई। अभी मतदान शांतिपूर्ण चल रहा है। विधानसभा चुनाव लड़ने वाले प्रमुख राजनीतिक दलों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) गठबंधन और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) शामिल हैं। अंतिम समय में इंजीनियर रशीद की अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) और राजनीतिक-धार्मिक संगठन जमात-ए-इस्लामी के बीच गठबंधन हुआ, लेकिन उनके उम्मीदवार निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं।
पहले चरण में प्रमुख उम्मीदवार पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती, कांग्रेस महासचिव गुलाम अहमद मीर और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के वरिष्ठ नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी हैं। श्रीगुफवारा-बिजबेहरा उम्मीदवार इल्तिजा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दक्षिण कश्मीर के बिजबेहरा और सल्लर में मतदाताओं को पैसे बांटे। उन्होंने आयोग में इसकी शिकायत की है।
Jammu Kashmir elections: Voting begins on 24 seats in the first phase - Satya Hindi
दोरू मतदान केंद्र पर 18 सितंबर का नजारा
पीडीपी नेता और प्रवक्ता मोहित भान ने कहा "5 अगस्त 2019 के बाद दिल्ली ने जो फैसले लिए हैं और जिस तरह से वे जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए बहुत अमानवीय रहे हैं, ये कतारें इसका प्रमाण हैं। एक बार जब हम 8 अक्टूबर को परिणाम देखेंगे, तो आप देखेंगे कि फैसला क्या है। लोग 5 अगस्त 2019 के फैसले के खिलाफ हैं। जिस तरह से उनके साथ व्यवहार किया जा रहा है, उससे जनता खुश नहीं है। निर्णय लेने में उनकी कोई भूमिका नहीं है। वे अपना वोट डालने क्यों आ रहे हैं और दिखा रहे हैं कि हम किसके लिए खड़े हैं और किसके साथ नहीं।"
जम्मू कश्मीर में दस वर्षों में होने वाला पहला विधानसभा चुनाव है। 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में होने वाला यह पहला विधानसभा चुनाव भी है। जब अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था, तो राज्य को जम्मू और कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित प्रदेशों में भी विभाजित किया गया था। चुनावों में राज्य का दर्जा एक प्रमुख मुद्दा है और इसकी बहाली का वादा भाजपा ने किया है।
जम्मू-कश्मीर से और खबरें
इस चुनाव में एक दिलचस्प घटनाक्रम प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी का चुनाव में प्रवेश है, जो इंजीनियर रशीद की अवामी इत्तेहाद पार्टी जैसे कुछ उम्मीदवारों और पार्टियों का समर्थन कर रहा है, जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर लोकसभा चुनाव में अपनी जीत से शानदार उलटफेर की पटकथा लिखी थी। 
सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

जम्मू-कश्मीर से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें