कश्मीर के शोपियाँ में जम्मू के राजौरी के तीन मज़दूरों के मारे जाने के डेढ़ साल बाद सेना ने अपने एक अधिकारी के ख़िलाफ़ कोर्ट-मार्शल शुरू किया है। शोपियाँ के अमशीपोरा गांव में गोलीबारी के बाद यह दावा किया गया था गोलीबारी में तीन आतंकवादी मारे गए। लेकिन इस मुठभेड़ पर विवाद तब शुरू हो गया था जब तीनों युवकों के परिजनों और ग्रामीणों ने फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाया था। बाद में सेना ने इस गोलीबारी में शामिल रहे जवानों को शक्तियों का दुरुपयोग करने का दोषी पाया था।
सेना ने शोपियाँ फर्जी मुठभेड़ में कैप्टन के ख़िलाफ़ कोर्ट-मार्शल शुरू किया
- जम्मू-कश्मीर
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- 4 Apr, 2022
जम्मू-कश्मीर के शोपियाँ में 18 जुलाई 2020 को फर्जी मुठभेड़ में तीन युवकों को मार गिराने को लेकर सेना ने अब अपने अफ़सर के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू की है।

विवादास्पद मुठभेड़ 18 जुलाई 2020 को हुई थी। परिवार वालों ने मारे गए तीनों लोगों की पहचान 17 वर्षीय इबरार, 25 वर्षीय इम्तियाज़ और 20 वर्षीय अबरार अहमद के रूप में की। परिजनों का कहना था कि तीनों युवक चचेरे भाई थे और राजौरी क्षेत्र के रहने वाले थे। उनका कहना था कि तीनों मज़दूरी करते थे और वे पुंच के राजौरी क्षेत्र के धार सकरी गाँव से शोपियाँ क्षेत्र में गये थे।