आर्थिक उदारीकरण की 30वीं सालगिरह पर पूर्व वित्त व प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह ने कहा है कि आगे का रास्ता और मुश्किल भरा है तथा देश को अपनी प्राथमिकताएँ फिर से तय करनी होंगी ताकि हर किसी के लिए एक सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित हो सके। इसलिए यह समय खुश होने का नहीं है, बल्कि आत्मनिरीक्षण करने का है।