बजट और हलवा का संबध पुराना है पर वह बजट बनाने और पेश करने के बीच एक साधारण सा मामला होता था। नरेन्द्र मोदी राज में बजट की खबर और उस पर चर्चा हलवा खाते-खिलाते और उसकी फोटो के साथ होने लगी है। इसे एक प्रतीक के रूप में देखिये बजट और उसका हाल समझ में आ जायेगा। ऐसे में इस बार का बजट सरकार के लिए कितना मुश्किल होने वाला है इसका अंदाजा इस तथ्य से लगता है कि कई महीनों के बाद इस बार जीएसटी वसूली का आंकड़ा सार्वजनिक नहीं किया गया। आप जानते हैं कि बढ़ती वसूली के आधार पर यह दावा किया जाता रहा है कि अर्थव्यवस्था में सब बढ़िया है।
जब बजट का मतलब हलवा हो गया है
- अर्थतंत्र
- |
- |
- 29 Mar, 2025

अगर आप अभी भी अखबार पढ़ते होंगे और टीवी देखते होंगे तो आपको अंदाजा होगा कि बजट 2024 का कोई शोर नहीं है। बजट कैसा भी हो सरकार हेडलाइन मैनजमेंट में सक्षम है, उसे अच्छा ही कहा जायेगा। इसलिए, बजट अच्छा हो इसकी जरूरत ही नहीं है। वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार सिंह बता रहे हैं बजट का गणितः