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नरसिंहानंद 'हिरासत' में, अब बीजेपी विधायक का भड़काऊ बयान- एनकाउंटर हो

गाज़ियाबाद के यति नरसिंहानंद के बयान पर फिर से बवाल मचा है। उन्होंने फिर से इस्लाम के ख़िलाफ़ ऐसी आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी है कि जगह जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। उनकी टिप्पणी पर एफ़आईआर दर्ज हुई, नरसिंहानंद को हिरासत में लिया गया, लेकिन इसके बाद भी यह मामला तूल पकड़ता जा रहा है। अब बीजेपी के विधायक ने नरसिंहानंद के पक्ष में इस विवाद में आपत्तिजनक बयान दिया है।

भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर (लोनी) ने आरोप लगाया कि नरसिंहानंद के मंदिर पर शुक्रवार को हमला हुआ था और जिम्मेदार लोगों को मुठभेड़ में मार गिराया जाना चाहिए। हालााँकि, पुलिस ने मंदिर पर किसी हमले की पुष्टि नहीं की है, लेकिन विधायक ने कुछ और ही दावा करते हुए आपत्तिजनक बयान दिया है। 

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बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने क्या कहा है, यह जानने से पहले यह जान लें कि आख़िर यह विवाद क्या है। उत्तर प्रदेश के ग़ाज़ियाबाद के डासना शिवशक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद ने कुछ दिनों पहले पैगंबर मोहम्मद के ख़िलाफ़ विवादित टिप्पणी की थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसको लेकर यूपी और महाराष्ट्र में प्रदर्शन हुए हैं। 

इससे पहले भी नरसिंहानंद को दिसंबर 2021 में हरिद्वार में एक ‘धर्म संसद’ में उनके घृणास्पद भाषण के लिए गिरफ्तार किया गया था। मामले में जमानत पर रहते हुए उन्होंने फिर से अप्रैल 2022 में दिल्ली में एक ‘महापंचायत’ में इसी तरह की टिप्पणी की थी।

अब नरसिंहानंद की ताजा टिप्पणी के बाद यूपी पुलिस ने उनके खिलाफ बीएनएस धारा 299 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य), 302 (जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना), 197 (राष्ट्रीय एकता को नुकसान पहुंचाने वाली कार्रवाई) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
उनकी आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद गाज़ियाबाद और बुलंदशहर में लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किए। पुलिस ने कहा है कि बुलंदशहर के सिकंदराबाद में और महाराष्ट्र के अमरावती में शुक्रवार को नरसिंहानंद के बयान का विरोध कर रहे लोगों ने पुलिस पर पथराव किया।

यूपी की गाज़ियाबाद पुलिस ने इस मामले में यति नरसिंहानंद के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की है और उन पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बयान देने का आरोप लगाया गया है।

इस बीच रिपोर्ट है कि नरसिंहानंद को शनिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालांकि कोई आधिकारिक बयान नहीं आया, लेकिन एक पुलिस अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस से इसकी पुष्टि की। पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, उनके सहयोगियों ने भी कहा कि उन्हें गाजियाबाद में हिरासत में लिया गया था।

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इस बीच, भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने आरोप लगाया कि नरसिंहानंद के मंदिर पर शुक्रवार को हमला हुआ था। हालाँकि पुलिस ने मंदिर पर किसी हमले की पुष्टि नहीं की है। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार गाजियाबाद के पुलिस उपायुक्त (ग्रामीण) सुरेंद्र नाथ तिवारी ने कहा, 'शुक्रवार रात को कुछ युवक मंदिर परिसर के बाहर हंगामा कर रहे थे। मंदिर संगठन ने स्थानीय एसएचओ को सूचित किया और स्थिति को नियंत्रण में लाया गया।' 

अंग्रेज़ी अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को डासना देवी मंदिर गए गुर्जर ने कहा, 'पुलिस ने रात में लाठीचार्ज करने का तो नाटक किया, लेकिन रात 10-20 लोगों को गोली मार कर एनकाउंटर करना चाहिए था… ये हमला पूरे हिंदुत्व पर है… अगर रात 10-20 लोग मर जाते तो इस तरह बवाल करने वाले नहीं होते।'

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रिपोर्ट के अनुसार विधायक ने कहा, 'ये सनातन धर्म पर हमला था… ये हिंदुओं की आस्था पर हमला है… सब पे एनएसए लगाया जाए, और जो गिरफ्तार न हो, इनाम बोल के उनका एनकाउंटर हो… दो-चार स्थानीय हो सकते हैं, ज्यादातर इसमें बहार के आतंकवादी थे, रोहिंग्या थे... बाहरी मुसलमान हैं और अगर इनके साथ कोई स्थानीय मुसलमान है तो पुलिस उनका एनकाउंटर करे... नहीं तो समाज निर्णय लेगा... आर पार की जंग होगी, उसके लिए फिर तैयार रहेंगे।'

उन्होंने विवादित टिप्पणी में कहा है, 'यहां कानून से चलेगा देश। ये कोई सीरिया नहीं है, अफगानिस्तान, बांग्लादेश नहीं है। यहां की पुलिस मजबूत है, मुझे उम्मीद है कि पुलिस यहां न्याय करेगी। महंतजी ने जो कहा उसमें एफआईआर होगी, उसके बाद ये हमला... ये हमला मंदिर पे किया गया है... इसलिए जिन्होंने हमला किया है उनकी सात पीढ़ी याद करेंगी ऐसा हम करेंगे, या पुलिस कार्रवाई करेगी... ये दंगा हुआ था रात को... क्या चूड़ियां पहन के बैठे हैं लोग।' 

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क़मर वहीद नक़वी
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