तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और तमिलनाडु सरकार में युवा कल्याण एवं खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन के एक बयान पर उत्तर भारत में अभी तक राजनीति जारी है। दो सितम्बर को उदयनिधि स्टालिन ने एक सम्मेलन में सनातन धर्म पर विचार व्यक्त करते हुए कहा था, “सनातन धर्म सामाजिक अन्याय पर आधारित है। यह डेंगू और मलेरिया की तरह है। इसका विरोध करना काफी नहीं है बल्कि इसे समाज से पूरी तरह से समाप्त कर देना चाहिए।”
सनातन धर्म पर चर्चा क्यों ज़रूरी है!
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- 29 Mar, 2025
पीएम मोदी से लेकर भाजपा-आरएसएस के हर छोटे-बड़े नेता ने सनातन धर्म को खतरे में बता दिया है। लेकिन यह खतरा सिर्फ उत्तर भारत में भाजपा के लोग महसूस कर रहे हैं और इसकी वजह ब्राह्मणवाद का बढ़ता वर्चस्व है। दक्षिण भारत में पीएम मोदी और बाकियों के बयान को कोई तवज्जो नहीं दे रहा है। उसकी वजह है कि पेरियार आंदोलन के कारण वहां ब्राह्मणवाद दम तोड़ चुका है।
