राहुल गाँधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद रफ़ाल विवाद ने एक रोचक मोड़ ले लिया है। समाचार एजेन्सी एएनआई ने अपने ट्विटर हैंडल पर रक्षा मंत्रालय की फ़ाइल का एक हिस्सा अपलोड किया है, जिसमें पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की टिप्पणी नज़र आती है, जो उन्होंने रक्षा सचिव की टिप्पणी पर की थी। इस काग़ज से साफ़ है कि ‘द हिन्दू’ में छपी ख़बर में पर्रिकर की टिप्पणी का ज़िक्र नहीं है। इससे यह तो पता चलता है कि ‘द हिन्दू’ की ख़बर अधूरी है। एन. राम एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने बोफ़ोर्स तोप घोटाले पर काफ़ी सनसनीखेज जानकारियाँ लिखी हैं। एन. राम को वैसे इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि उन्होंने पर्रिकर की टिप्पणी को अपनी ख़बर में जगह क्यों नहीं दी?
पर्रिकर की टिप्पणी को ‘द हिन्दू’ ने क्यों नहीं छापा?
- देश
- |
- 13 Feb, 2019
मीडिया में यह सवाल पूछा जा रहा है कि 'द हिन्दू' ने रफ़ाल पर सीधी बातचीत की ख़बर में मनोहर पर्रिकर की टिप्पणी को क्यों नहीं छापा?
