केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे और लखीमपुर खीरी मामले में हत्या के आरोपी आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को मिली जमानत ने अपनों को खोने वाले किसानों को बेहद निराश किया है। उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनके खिलाफ मामले में विसंगतियों की ओर इशारा करते हुए आज उन्हें जमानत दे दी। यूपी के चुनावी मौसम में कोर्ट का यह आदेश विवादास्पद हो गया है। यूपी में सत्तारूढ़ बीजेपी सत्ता में दूसरा कार्यकाल पाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है।



पिछले साल 3 अक्टूबर को आशीष मिश्रा की कार से कुचले गए 19 वर्षीय गुरविंदर सिंह के पिता सुखविंदर सिंह ने कहा, "उसे (आशीष) इतनी जल्दी जमानत मिलना अच्छा संकेत नहीं है। इस सरकार से पहले भी हमें कोई उम्मीद नहीं थी। अब भी हमें कोई उम्मीद नहीं है... अजय मिश्रा टेनी को अभी भी हटाया नहीं गया है।"