पशु प्रेम किसी शख्स की संवेदनशीलता की निशानी है। कई बार तो लोग इसके लिए किसी भी सीमा तक चले जाते हैं। उत्तर प्रदेश की एक डीएम ने तो अपनी बीमार गाय की देखभाल और इलाज के लिए 7 सरकारी डॉक्टरों की ड्यूटी लगा दी।
एक सरकारी पत्र के अनुसार फतेहपुर के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ एस. के. तिवारी ने जिला मजिस्ट्रेट अनुप्रिया दुबे की बीमार गाय का इलाज करने के लिए जिले के सात पशु डॉक्टरों को निर्देश दिया है।
आदेश पत्र में कहा गया है कि पशु चिकित्सक दिन में दो बार सुबह और शाम बीमार गायों की रोजाना जांच करेंगे। वे इन जांचों को करने के बाद मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को एक रिपोर्ट भी सौंपेंगे।
इस घटना ने 2017 की यादें ताजा कर दीं, जब पूरे रामपुर पुलिस बल को शक्तिशाली सपा नेता आजम खान की लापता भैंसों की तलाश के लिए तैनात किया गया था। आजम के जानवरों को चुरा लिया गया था और खोजी कुत्तों की इस मामले में मदद ली गई थी।
फतेहपुर डीएम के बारे में यह खबर वीआईपी लोगों की मनमानी की घटनाओं पर व्यापक आक्रोश के मद्देनजर आई है। पिछले महीने, एक आईएएस दंपती को ट्रांसफर कर दिया गया था, जब यह बताया गया था कि उन्होंने अपने कुत्ते के टहलने के लिए दिल्ली के एक स्टेडियम को कुछ देर के लिए खाली करा लिया था।
हाल ही में, कर्नाटक में एक बीजेपी विधायक ने अपनी बेटी द्वारा कथित तौर पर रेड लाइट नियम तोड़ने के बाद पुलिस के साथ बहस करने और दुर्व्यवहार करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद माफी मांगी।
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