पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न को भाजपा, सीपीएम ने राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया। भाजपा के नेता वहां अदालत का आदेश हासिल करने के बाद पहुंचे। भाजपा और अदालत की सक्रियता पर वहां आरोपी गिरफ्तार किए गए। यहां तक तो सब ठीक है। लेकिन उत्तर प्रदेश में इसी तरह की घटनाएं होने पर न तो सत्तारूढ़ भाजपा का दिल पसीजता है और न प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी का जमीर जागता है। यूपी में कानून व्यवस्था बिगड़ रही है लेकिन विपक्षी नेता ट्वीट करके अपना कर्तव्य पूरा कर रहे हैं। घाटमपुर की घटना दहलाने वाली है। जिन लड़कियों के शव घाटमपुर में एक पेड़ से लटके हुए मिले थे, उनमें से एक के पिता ने हमीरपुर जिले में अपने पैतृक गांव में एक पेड़ से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
घाटमपुर क्यों नहीं जाते नेता, गैंगरेप की शिकार लड़कियों के पिता ने भी जान दी
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- 7 Mar, 2024
यूपी के घाटमपुर में दो बहनों से गैंगरेप किया गया। अगले दिन आत्मग्लानि में दोनों ने पेड़ पर लटक कर फांसी लगा ली। पुलिस ने इस मामले में जब ठोस कार्रवाई नहीं की तो उनके पिता ने भी बुधवार को खुदकुशी कर ली। बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के कथित यौन उत्पीड़न पर राजनीतिक दलों ने खूब हायतौबा मचाई। राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया। लेकिन किसी भी पार्टी का नेता घाटमपुर नहीं पहुंचा। विपक्ष तक ने इसे मुद्दा नहीं बनाया। ठीक इसी तरह मणिपुर में भी महिलाओं के साथ गैंगरेप के बाद उनकी नग्न परेड कराई गई। वहां भी कांग्रेस के राहुल गांधी के अलावा कोई नहीं पहुंचा। कल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस भी है, क्या कोई नेता घाटमपुर जाएगा...
