भारत में खुदकुशी पर एनसीआरबी का आंकड़ा चौंकाने वाला है। आंकड़ों से बहुत साफ है कि लोग पारिवारिक समस्याओं की वजह से ज्यादा खुदकुशी कर रहे हैं। लेकिन ये समस्याएं आर्थिक हालात की वजह से हैं, जबकि नेशनल क्राइम रेकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने उन्हें पारिवारिक हालात की वजह से खुदकुशी बताई है। एनसीआरबी की रिपोर्ट खुद कह रही है कि 2021 में खुदकुशी करने वालों में या तो दैनिक वेतन भोगी (डेली अर्नर्स) या अपना काम धंधा करने वाले लोगों की संख्या ज्यादा थी। 11,724 बेरोजगार लोगों ने भी 2021 में जान दी है। खुदकुशी करने वालों की तादाद 2021 में पहले के मुकाबले 26 फीसदी ज्यादा है। यानी 2020 के लॉकडाउन में लोगों पर जो संकट आया था, उससे लोग उबरे लेकिन 2021 में खुदकुशियां ज्यादा हुईं।
बेरोजगारी/हालातः खुदकुशी पर NCRB की रिपोर्ट चौंकाने वाली
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- 29 Mar, 2025
देश में होने वाली खुदकुशी पर एनसीआरबी का आंकड़ा चौंकने वाला तो है लेकिन वो विरोधाभासी है। ज्यादातर लोगों ने आर्थिक हालात की वजह से जान दी है। हजारों बेरोजगारों ने 2021 में खुदकुशी की। लेकिन एनसीआरबी ने अपने आंकड़ों में इन्हें पारिवारिक समस्याओं और बीमारी की वजह से आत्महत्या बताई है। हालांकि ये दोनों चीजें सीधे आर्थिक हालात से जुड़ी हैं।
