बीजेपी नेता उमा भारती क्या बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही हैं? यह सवाल इसलिए कि एक के बाद एक उनके बयान बीजेपी के लिए नुक़सानदायक जान पड़ते हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा राज्य में हनुमान मंदिर बनवाने के सवाल पर उमा भारती ने कहा है कि भगवान राम और हनुमान की भक्ति पर बीजेपी का कॉपीराइट नहीं है।
उमा भारती ने एक दिन पहले ही बीजेपी समर्थकों से कहा था कि उन्हें 'इधर-उधर देखना' चाहिए और यह तय करना चाहिए कि किस पार्टी को वोट देना है। वह शराबबंदी की मांग को लेकर शिवराज सिंह चौहान सरकार को भी घेर रही हैं। हाल ही में उन्होंने मध्य प्रदेश में शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग करते हुए शराब की एक दुकान पर पत्थर फेंका था।
उमा भारती ने इस मुद्दे को लेकर कुछ महीने पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को खत लिखकर बीजेपी शासित राज्यों में एक जैसी आबकारी नीति लागू करने की मांग की थी। उन्होंने संकेतों में बीजेपी की सरकारों वाले सूबों को ‘उड़ता पंजाब’ न बनने देने की गुहार लगाई थी।
वह मध्य प्रदेश की आबकारी नीति की खुली आलोचना करती रही हैं। उमा भारती राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और वहां पार्टी के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं। कहा जाता है कि उमा भारती कथित तौर पर दरकिनार किए जाने से पार्टी नेतृत्व से नाराज़ हैं।
उमा भारती उस छिंदवाड़ा में थीं, जहाँ प्रज्ञा ठाकुर ने कई कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए अपनी भड़काऊ टिप्पणी की थी। फ़िल्म 'पठान' को लेकर उठे बवाल पर उमा भारती ने कहा, 'बीजेपी सरकार के सेंसर बोर्ड को आपत्तिजनक दृश्यों को तुरंत हटाना चाहिए।' उन्होंने कहा कि इसमें राजनीति की कोई ज़रूरत नहीं है।
उन्होंने कहा, 'किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले दृश्यों को हटा दिया जाना चाहिए। भारत किसी भी रंग का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा। भगवा भारतीय संस्कृति की पहचान है, सेंसर बोर्ड को इन दृश्यों को तुरंत हटा देना चाहिए।'
रिपोर्ट के अनुसार उमा भारती ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद पर भी कटाक्ष किया। खुर्शीद ने हाल ही में कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' की तुलना महाकाव्य रामायण और पार्टी नेता राहुल गांधी की तुलना भगवान राम से की थी।
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