सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के मामले में नई तारीख़ दी जा चुकी है और इसके साथ ही टीवी चैनल फिर से 'तारीख़ पर तारीख़' चिल्लाने लगे हैं। साथ ही वे कोर्ट के बाहर मौजूद साधु-संतों और महिलाएँ-पुरुष सुप्रीम कोर्ट के ख़िलाफ़ अभद्र टिप्पणी करने लगे। एबीपी न्यूज़ पर एक महिला ने कहा कि यह कोर्ट नहीं, 'कोठा' है। दूसरे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट किसी के दबाव में काम कर रहा है। किसी ने कहा कि यदि सुप्रीम कोर्ट ने जल्दी ही इस मामले का फ़ैसला नहीं किया तो लोगों को क़ानून अपने हाथ में लेना पड़ेगा। कुछ लोगों ने निराशा जताते हुए भी संयत भाषा का भी प्रयोग किया जैसे आजतक पर एक संत ने कहा कि हमें उम्मीद है कि अब 29 जनवरी को हमारे पक्ष में फ़ैसला आएगा।
सुप्रीम कोर्ट को गालियाँ कौन सुनवा रहा है और क्यों?
- देश
- |
- |
- 11 Jan, 2019

सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या के मामले में नई तारीख़ दी तो अदालत के बाहर मौजूद साधु-संतों और महिलाओं-पुरुषों ने सर्वोच्च अदालत के ख़िलाफ़ अभद्र टिप्पणी की।
नीरेंद्र नागर सत्यहिंदी.कॉम के पूर्व संपादक हैं। इससे पहले वे नवभारतटाइम्स.कॉम में संपादक और आज तक टीवी चैनल में सीनियर प्रड्यूसर रह चुके हैं। 35 साल से पत्रकारिता के पेशे से जुड़े नीरेंद्र लेखन को इसका ज़रूरी हिस्सा मानते हैं। वे देश