सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या के मामले में नई तारीख़ दी जा चुकी है और इसके साथ ही टीवी चैनल फिर से 'तारीख़ पर तारीख़' चिल्लाने लगे हैं। साथ ही वे कोर्ट के बाहर मौजूद साधु-संतों और महिलाएँ-पुरुष सुप्रीम कोर्ट के ख़िलाफ़ अभद्र टिप्पणी करने लगे। एबीपी न्यूज़ पर एक महिला ने कहा कि यह कोर्ट नहीं, 'कोठा' है। दूसरे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट किसी के दबाव में काम कर रहा है। किसी ने कहा कि यदि सुप्रीम कोर्ट ने जल्दी ही इस मामले का फ़ैसला नहीं किया तो लोगों को क़ानून अपने हाथ में लेना पड़ेगा। कुछ लोगों ने निराशा जताते हुए भी संयत भाषा का भी प्रयोग किया जैसे आजतक पर एक संत ने कहा कि हमें उम्मीद है कि अब 29 जनवरी को हमारे पक्ष में फ़ैसला आएगा।