क्या नेपाल एक बार फिर भारत के दबाव में आ गया है या उसने अपने दूरगामी हितों को ध्यान में रख कर सोच-समझ कर यह फ़ैसला किया है कि नक्शे के मामले को बहुत अधिक तूल देने के बजाय भारत को शांत किया जाए? कारण चाहे जो हो, पर यह तो साफ है कि दोनों पड़ोसियों के बीच कटुता में कमी आई है। रिश्ते सुधर रहे हैं।