तेलंगाना में रिकॉर्ड बारिश के कारण बड़े पैमाने पर बाढ़ आई है। सड़कें जलमग्नन हो गईं और फसलें तबाह। सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं और कई गांवों का संपर्क टूट चुका है। कई जगहों पर घर ढहने की ख़बरें भी आई हैं। राज्य में कम से कम 6 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा महाराष्ट्र व गुजरात में भी भारी बारिश हुई है और भू-स्खलन से मुंबई-पुणे एक्सप्रेस पर ट्रैफिक बाधित रहा।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग यानी आईएमडी ने तेलंगाना में भारी से बहुत भारी बारिश की भविष्यवाणी की थी। वास्तविक बारिश तो उससे भी कहीं ज़्यादा रिकॉर्ड स्तर पर हुई। केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने तेलंगाना में बाढ़ की मौजूदा स्थिति पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की।
बुधवार तड़के बादल फटने से मुलुगु और भूपालपल्ली जिलों में बाढ़ आ गई। घर जलमग्न हो गए और सड़कें अवरुद्ध हो गईं, जिससे कई गांवों तक पहुंच बंद हो गई। सैकड़ों लोगों को नावों और हेलीकॉप्टरों से बचाया गया है।
शुक्रवार को बारिश की तीव्रता कम होने की उम्मीद है, लेकिन राज्य के कुछ हिस्सों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार वारंगल में बाढ़ आ गई है। राज्य सरकार को खोज और बचाव कार्यों के लिए नावों को तैनात करना पड़ा है। वारंगल पुलिस ने अब तक 50 लोगों को बचाया है, जबकि 10,000 से अधिक लोगों को बारिश प्रभावित जिलों में राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
कई राज्यों में पाँच दिनों के लिए चेतावनी
मौसम विज्ञान विभाग ने महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों में अगले पांच दिनों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
गुरुवार रात कामशेत सुरंग के पास मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर भूस्खलन से वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। राजमार्ग पुलिस कर्मी मौके पर थे और व्यस्त 6-लेन सड़क पर मलबा हटाने का प्रयास किया जा रहा था।
आईएमडी ने कहा कि मुंबई में बुधवार को जुलाई में अब तक की सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई, इस महीने में अब तक रिकॉर्ड 1557.8 मिमी बारिश हुई है।
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